आखिर अदालत का डंडा काम आया और जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पंजाब पुलिस के महानिदेशक व गृह सचिव को तत्कालीन एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है।
एसएसपी पर कार्रवाई न करने पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को जमकर फटकार लगाई थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि छोटे मुलाजिमों को बली का बकरा न बनाया जाए। एसएसपी पर अगली सुनवाई तक कार्रवाई हो अन्यथा गृह सचिव अदालत में हाजिर रहें। इससे पहले बिश्नोई के साक्षात्कार के आरोप में पंजाब पुलिस के डीएसपी गुरशेर संधू और समर वनीत सहित कुल 7 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।
इंटरव्यू ने जेल प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए थे, जिसके बाद से कोर्ट ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम कई आपराधिक मामले जुड़े हुए हैं। हाई कोर्ट ने हैरानी भी जताई थी कि कैसे कोई व्यक्ति पुलिस हिरासत में इंटरव्यू दे सकता है। तब पंजाब सरकार ने जांच के लिए कमेटी बनाई थी और कमेटी कोई भी नतीजा निकालने में नाकाम रही थी। इसी बीच मार्च 2023 में डीजीपी ने प्रेस वार्ता कर कह दिया कि इंटरव्यू पंजाब में नहीं हुआ था। तब हाईकोर्ट ने तीन सदस्यों वाली एसआईटी का गठन किया था।
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