भारत में मसालों का इस्तेमाल न केवल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए होता है, बल्कि स्वास्थ्य लाभ के लिए भी किया जाता है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान भी मसालों के औषधीय गुणों को मान्यता देते हैं। आइए जानते हैं उन 8 मसालों के बारे में जो विभिन्न बीमारियों को दूर करने में सहायक हैं।
हल्दी
हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह गठिया, त्वचा संबंधी समस्याओं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करती है। दूध में हल्दी मिलाकर पीने से दर्द और सूजन कम होती है।
अदरक
अदरक पेट दर्द, सर्दी-खांसी और पाचन समस्याओं में बहुत फायदेमंद है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।
लौंग
लौंग दांत दर्द, गले की खराश और संक्रमण से बचाव में मदद करती है। यह एंटीमाइक्रोबियल और दर्द निवारक गुणों से भरपूर होती है।
दालचीनी
दालचीनी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने, हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और संक्रमण से बचाने में मदद करती है। इसे सुबह गुनगुने पानी के साथ लें।
काली मिर्च
काली मिर्च पाचन को सुधारने, सर्दी-खांसी में राहत देने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में फायदेमंद है। इसे खाने में डालें या शहद के साथ सेवन करें।
जीरा
जीरा पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे एसिडिटी, गैस और अपच में राहत देता है। यह आयरन का अच्छा स्रोत भी है।
मेथी
मेथी ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और जोड़ों के दर्द को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह सेवन करें।
हींग
हींग गैस, पेट दर्द और श्वसन समस्याओं में राहत देती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण इसे खास बनाते हैं।
मसालों का सही उपयोग न केवल आपके खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि आपकी सेहत को भी बेहतर बनाता है। इन मसालों को अपने रोजमर्रा के जीवन में शामिल करें और बीमारियों से बचाव करें। इन्हें सीमित मात्रा में ही उपयोग करें और किसी गंभीर समस्या में डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
(इस लेख में दी गई जानकारी और सुझावों को अमल में लाने से पहले पाठक किसी डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।)
टिप्पणियाँ