देहरादून । उत्तराखंड दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में प्रशिक्षु अधिकारियों को देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आपकी जिम्मेदारी अब केवल प्रशासनिक दायित्वों तक सीमित नहीं है बल्कि देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने की भी है। आपके कंधों पर आने वाले वर्षों में देश की बागडोर संभालने की जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे विशेष रूप से उन सुदूर और पिछड़े क्षेत्रों में काम करने का प्रयास करें जहां विकास की गति धीमी है।
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में आयोजित 99वें कामन फाउंडेशन कोर्स के समापन समारोह में भाग लिया।
केंद्रीय गृहमंत्री ने देश के समग्र विकास पर जोर देते हुए कहा कि मोदी सरकार हर वर्ग के लोगों का विकास करना चाहती है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को साकार करने के लिए 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें अधिकारी की भूमिका अहम है, क्योंकि आपको सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम करना है। मोदी सरकार देश के हर वर्ग के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत कार्य कर रही है। देश को स्वावलंबी और सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। देश लगातार विकास की ओर अग्रसर है।
नक्सलवाद और अन्य सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा
गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद और अन्य सुरक्षा चुनौतियों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार नक्सलवाद से निपटने के लिए ठोस कदम उठा रही है और इस दिशा में अधिकारी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
देश की प्रगति में प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका अहम
उन्होंने प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों के साथ संवाद किया और प्रशासनिक सेवाओं के महत्व व चुनौतियों पर अपने विचार रखे। शाह ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि देश की प्रगति में प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका अहम है। आपके निर्णय और नीतियां करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित करती हैं।
भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ और जनहितैषी बनाने पर जोर
गृह मंत्री ने भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ और जनहितैषी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस’ का उद्देश्य तभी पूरा हो सकता है, जब युवा अधिकारी समाज की बुनियादी जरूरतों को समझते हुए नीतियां बनाएं।
प्रशिक्षुओं के सवालों के दिए जवाब
गृह मंत्री ने प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों के सवालों के जवाब भी दिए। उन्होंने नीति निर्माण, आंतरिक सुरक्षा और डिजिटल गवर्नेंस जैसे मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि समाज की सेवा करने का मौका हर किसी को नहीं मिलता और प्रशासनिक सेवाओं में शामिल होकर आप भारत के भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
653 प्रशिक्षु अधिकारियों में 11 प्रशिक्षु रॉयल भूटान से
बता दें कि 99वें कामन फाउंडेशन कोर्स में कुल 653 प्रशिक्षु अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें 11 प्रशिक्षु रॉयल भूटान से थे। यह कोर्स 26 मई 2024 को शुरू हुआ था। अकादमी के निदेशक ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का स्वागत मोमेंटो देकर किया। वहीं डिप्टी डायरेक्टर ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कृषि मंत्री गणेश जोशी, मदन कौशिक, मुन्ना सिंह चौहान सहित प्रदेश के कई प्रमुख नेता और अधिकारी उपस्थित थे।
प्रशासनिक सेवाओं को मजबूत करने के साथ नीति-निर्माताओं के बीच तालमेल बना गए शाह
अमित शाह का यह दौरा उत्तराखंड के प्रशासनिक ढांचे के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनकी उपस्थिति ने प्रशिक्षु अधिकारियों को एक नई ऊर्जा और दृष्टिकोण दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि गृह मंत्री का यह दौरा न केवल प्रशासनिक सेवाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से था बल्कि यह संदेश देने के लिए भी था कि देश के नीति-निर्माताओं और जमीनी स्तर के अधिकारियों के बीच तालमेल बेहद जरूरी है।
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