उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के निरीक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई, जहां उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर पथराव किया। जिसके बाद स्थिति और भी बिगड़ गई। इस हिंसा ने पूरे क्षेत्र में तनाव उत्पन्न कर दिया।
संभल हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामगोपाल यादव का बयान भी चर्चा का विषय बना। उन्होंने उपद्रवियों की पत्थरबाजी को जायज ठहराते हुए कहा कि अगर पुलिस इस तरह की कार्रवाई करेगी, तो पथराव होना स्वाभाविक है। रामगोपाल यादव का यह बयान, हिंसा को बढ़ावा देने वाला और विवादित माना जा रहा है।
इस हिंसा के बाद पुलिस ने कड़ा कदम उठाते हुए मामले में सांसद जिआउर्रहमान बर्क, सदर विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल सहित तीन अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की। इन पर दंगे भड़काने और हिंसा को उकसाने का आरोप लगाया गया है। पुलिस की जांच के अनुसार, दंगाइयों ने मस्जिद के बाहर सब-इंस्पेक्टरों की गाड़ियों में आग लगा दी और पथराव किया। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और उपद्रवियों को खदेड़ा।
हिंसा के बाद संभल में प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए वहां भारी पुलिस बल तैनात किया। डीएम, एसपी सहित पांच थानों की पुलिस मौके पर तैनात रही और स्थिति पर कड़ी नजर रखी गई। पुलिस ने कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया है, और स्थिति नियंत्रण में होने की बात कही है। हालांकि, तनाव की स्थिति अब भी बनी हुई है, और प्रशासन को मामले की गंभीरता को देखते हुए लगातार निगरानी रखने की आवश्यकता है।
Leave a Comment