बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार लगातार अल्पसंख्यकों खासतौर पर हिन्दुओं को प्रताड़ित कर रही है। बीएनपी की अगुवाई और सहयोग में कट्टरपंथी जमात ए इस्लामी खुलेआम इस्कॉन भक्तों की हत्या करने की धमकी दे रहा है। इसी क्रम में बांग्लादेश इस्कॉन के आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण प्रभु ने हिन्दुओं को बांग्लादेशी सरजमी की असली संतान करार दिया और आरोप लगाया कि सरकार हिन्दुओं को आपस में बांटने की साजिश रच रही हैं।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर ‘वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिन्दू’ ने एक पोस्ट किया। जिसके जरिए हैंडल ने चिन्मय कृष्ण प्रभु के बयान को कोट किया, “हम आर्य हैं, हम इस मिट्टी की सच्ची संतान हैं। इस देश को छोड़कर कहीं मत जाओ। वे हमें बांटने की कोशिश कर रहे हैं। एकजुट रहो, बंटे मत रहो।”
इस पर एक्स यूजर कामिनी डी कहती हैं, “इस संसार में जीने का एक ही तरीका है बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। साथ-साथ रहो। हिन्दू-हिन्दू भाई-भाई”
रजनीश नाम के यूजर ने हिन्दुओं पर अत्याचार को लेकर कहा कि बांग्लादेश से अलग एक हिन्दू राष्ट्र ही एक मात्र हल है।
वहीं अरुण नाम के यूजर ने भी चिन्मय कृष्ण प्रभु की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि हिन्दू ही बांग्लादेश के सच्चे मालिक हैं।
उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त को शेख हसीना वाजेद की सरकार के गिरने के साथ ही वहां पर बीएनपी की अगुवाई में इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार बांग्लादेश की सत्ता में आती है। इसके साथ ही अल्पसंख्यकों के खिलाफ अचानक से कट्टरपंथियों के हमले बढ़ गए। हर दिन हिन्दुओं पर किसी न किसी तरह से हमले किए गए। जब इस्कॉन की अगुवाई में चिटगांव में हिन्दुओं ने रैली निकाली तो उसके अगले ही दिन बांग्लादेशी झंडे का अपमान करने का आरोप लगाते हुए इस्कॉन के अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास समेत 19 लोगों के खिलाफ देश द्रोह का केस दर्ज कर लिया गया। हाल ही में इस्कॉन को बांग्लादेश में आतंकी करार दे दिया गया।
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