नई दिल्ली । सोशल मीडिया पर 13 नवंबर 2024 को वायरल हुई एक वीडियो ने हिजाब चैलेंज और इस्लामिक प्रोपगेंडा को लेकर नई बहस छेड़ दी है। वीडियो में एक मुस्लिम छात्रा को अपनी हिंदू सहपाठी के माथे से तिलक मिटाकर उसे हिजाब पहनाते हुए देखा गया। यह घटना कई लोगों को ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म के उस दृश्य की याद दिलाती है, जिसमें लड़कियों को इस्लामिक विचारधारा के तहत प्रभावित करने की कोशिशों को उजागर किया गया था।
इस वायरल वीडियो ने न केवल सांस्कृतिक पहचान और धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी उजागर किया है कि हिजाब चैलेंज जैसे आयोजनों के जरिए 2012 से अब तक हिंदू और ईसाई लड़कियों को प्रभावित करने के प्रयास किए गए हैं। इन प्रयासों में कथित तौर पर उनके सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीकों को मिटाकर इस्लामिक प्रतीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
वर्ष 2012 से 2024 तक की प्रमुख घटनाएं
यह रिपोर्ट हिजाब चैलेंज के तहत पिछले 12 वर्षों में हुए इस्लामिक प्रोपगेंडा और ब्रेनवाशिंग के 20 प्रमुख मामलों पर आधारित है। इसमें उन घटनाओं का उल्लेख किया गया है, जहां हिंदू और ईसाई लड़कियों को हिजाब पहनाने, धार्मिक प्रतीकों को बदलने, और इस्लामिक पहचान को अपनाने के लिए प्रेरित या बाध्य किया गया।
माथे से तिलक मिटाकर पहना दिया हिजाब
13 नवंबर, 2024, दक्षिण भारत : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक मुस्लिम छात्रा अपने सहपाठी हिंदू लड़की को हिजाब पहना रही है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मुस्लिम लड़की पहले हिंदू लड़की के माथे से तिलक मिटाती है फिर हिजाब पहना देती है। कुछ इसी तरह के प्रसंग का चित्रण ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म में भी किया गया है।
‘हिजाब चैलेंज’ के नाम पर मिटाए गए तिलक
3 सितंबर, 2024, कोयंबटूर : (तमिलनाडु) अल कसवा नाम के तमिल यूट्यूब चैनल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें बिंथ हनीफा नाम की एक महिला गैर-मुस्लिम महिलाओं के पास जाकर ‘हिजाब चैलेंज’ कर रही थी। वीडियो में ‘हिजाब चैलेंज’ के लिए हिंदू लड़कियों से तिलक हटवाए जा रहे थे। कोयंबटूर की साइबर क्राइम पुलिस ने चैनल के मालिक अनस अहमद को हिरासत में लिया।
हिंदू छात्रा के हिजाब पहनने पर बताया इस्लाम की जीत
12 मार्च, 2024, दक्षिण भारत : यूट्यूब पर एक शार्ट्स हिजाब ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर पोस्ट की गयी। इसमें एक हिंदू छात्रा को हिजाब पहनाया जाता है। वीडियो में एक अध्यापिका भी दिख रही हैं। वीडियो पर एक मुस्लिम युवक कमेंट्री करते हुआ कह रहा है कि हिंदू बहन द्वारा हिजाब का पहनना इस्लाम की जीत है।
हिंदू सहेली को पहनाया हिजाब
19 जुलाई, 2021, जमशेदपुर (झारखंड) : My Smart Beauty यूट्यूब चैनल से मुस्लिम महिला द्वारा एक पोस्ट किया गया, जिसमें वह अपनी सहेली सिमरन साहू को हिजाब पहनना सिखाती है। हिजाब पहनाने के बाद मुस्लिम लड़की कहती है कि हिजाब में सिमरन बहुत क्यूट लग रही है, पता ही नहीं चल रहा है कि यह हिंदू है।
फूड ब्लॉगर के साथ हिजाब ट्रेंड
18 फरवरी, 2020, मुंबई (महाराष्ट्र) : मुंबई की रहने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर गोलगप्पा गर्ल (पूजा) के साथ रमशा सुल्तान नाम की YouTuber ने हिजाब चैलेंज का वीडियो बनाया। वीडियो यूट्यूब पर Teaching How to Wear Hijab to a Non-Muslim ft. Golgappa Girl नाम से पब्लिश है। वीडियो में हिजाब पहने के बाद पूजा कहती है कि हिजाब पहनने के बाद उसे बहुत अच्छा लग रहा है। फिर रमशा कहती है कि हिजाब बहुत जरूरी है और अब तो फैशन भी है।
शालिनी मंडल को पहना दिया हिजाब
2 नवंबर, 2019 पश्चिम बंगाल : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मुस्लिम सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रमशा सुल्तान ने फैशन एंड ब्यूटी ब्लॉगर शालिनी मंडल के साथ हिजाब चैलेंज किया। वीडियो यूट्यूब पर Wearing Hijab First Time in Life – Shalini Mandal नाम से पब्लिश है। वीडियो में हिजाब पहनाने के बाद रमशा कहती है हिजाब पहनने से चेहरा अच्छा दिखता है।
फैशन ट्रेंड के नाम पर हिजाब चैलेंज
11 दिसंबर, 2019 मणिपुर : मणिपुर की रहने वाली प्रसिद्ध YouTuber वेरोनिका अवंगशी (Veronica Awungshi) के साथ रमशा सुल्तान नाम की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने हिजाब चैलेंज का वीडियो बनाया। वीडियो यूट्यूब पर North East Girl Tries Hijab ft. Veronica Awungshi नाम से पब्लिश है। वीडियो में रमशा ने वेरोनिका को हिजाब पहनाकर इसे फैशन ट्रेंड के रूप में प्रस्तुत किया।
12 मार्च, 2024, दक्षिण अफ्रिका : यूट्यूब पर TRY ON HIJAB CHALLENGE टाइटल से एक वीडियो पब्लिश हुआ, जिसमें एक मुस्लिम युवक और युवती तख्ती लेकर हिजाब चैलेंज दे रहे थे। वीडियो में एक गैर-मुस्लिम युवती को हिजाब पहनाया गया। वीडियो के संदर्भ में मुस्लिम यूजर्स द्वारा टिप्पणी हुई कि महिला हिजाब में खूबसूरत लग रही है, उसे मुस्लिम बन जाना चाहिए।
ट्रेंड के नाम पर पहना दिया हिजाब
27 अक्टूबर, 2023 : इंटरनेट पर हिजाब पहनाने का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक मुस्लिम युवक गैर-मुस्लिम युवती द्वारा पहली बार हिजाब पहनने पर जश्न मनाने के लिए बोल रहा है। वीडियो में एक मुस्लिम महिला सड़क जा रही एक गैर-मुस्लिम महिला को हिजाब पहनाती है। इसके बाद युवती को दिखाती है कि वह हिजाब में बहुत सुंदर लग रही है।
30 दिन का हिजाब चैलेंज पूरा होते ही बन गई मुसलमान
15 मार्च, 2021, अमेरिका : एश्ले पियर्सन खान (कन्वर्टेड क्रिश्चियन) नाम की एक मुस्लिम महिला (अमेरिकी नागरिक) का एक इंटरव्यू आइशा रोज़ली (टर्की नागरिक) नाम की एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर के साथ हिजाब और कन्वर्जन को लेकर एक वीडियो यूट्यूब पर पब्लिश हुआ। वीडियो में एश्ले पियर्सन खान बताती हैं कि वह स्कूल में आयोजित ‘वर्ड हिजाब डे’ इवेंट के दिन इस्लाम की ओर आकर्षित होना शुरू हुईं, जिसके बाद उन्होंने 30 दिन का हिजाब चैलेंज लिया और फिर इस्लाम स्वीकार कर लिया।
हिजाबी ट्रांसफॉर्मेशन का इस्लामिक ट्रेंड
2 सितंबर, 2021 : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक गैर-मुस्लिम महिला का हिजाबी ट्रांसफार्मेशन दिखाया गया है। वीडियो पर एक लाख से ज्यादा व्यू है और वीडियो के पीछे इस्लामिक ट्रेंड का गाना लगा हुआ है।
गैर-मुस्लिम महिलाओं के साथ हिजाब ट्रांसफॉर्मेशन
25 अक्टूबर, 2021, ऑस्ट्रिया : ट्यूनीशियाई मूल की YouTuber बारा जिसका यूट्यूब पर Baraa Bolat नाम से चैनल है। बारा अपने चैनल पर गैर-मुस्लिम महिलाओं के साथ हिजाब ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर वीडियो बनाती रहती है। सोशल मीडिया पर बारा के वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि वह किकी (KIKI) नाम की एक गैर-मुस्लिम महिला को हिजाब चैलेंज देती है, टास्क पूरा होने के बाद अपने हिजाब ब्रांड को लेकर ग्राहक बनने की भी अपील करती है।
क्रिस्चिन बेस्टफ्रेंड के साथ हिजाब ट्रांसफॉर्मेशन
20 नवंबर, 2021, यूनाइटेड किंगडम : यूट्यूब पर स्प्रेडलाइट चैनल से एक रील पोस्ट किया गया, जिसमें एक मुस्लिम महिला अपने क्रिश्चियन बेस्ट फ्रेंड को हिजाब पहना रही है। हिजाब ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर मुस्लिम यूजर्स ने टिप्पणी करते हुए कहा कि हिजाब पहनते ही एक नयी दुनिया आ जाती है..जहां सब अच्छा और सही होता है।
गैर-मुस्लिम सहेली को हिजाब चैलेंज
15 फरवरी, 2020, मलेशिया : इज़्यान अहमद नाम की एक यूट्यूबर ने अपनी गैर-मुस्लिम दोस्त को हिजाब पहनने का चैलेंज दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि मुस्लिम लड़की अपनी सहेली के घर जाकर उसे हिजाब के फायदे और ट्रेंड बताती है और हिजाब पहनने की चुनौती देती है।
फैशन ट्रेंड की आड़ में हिजाब चैलेंज का टास्क
27 मार्च, 2019, यूनाइटेड किंगडम : यूट्यूब पर PeaceToAll चैनल द्वारा Non-Muslims loved trying the hijab नाम से हिजाब चैलेंज का एक वीडियो पब्लिश किया गया। वीडियो में कुछ मुस्लिम महिलाएं कैंप लगाकर गैर-मुस्लिम महिलाओं को पहले हिजाब पहनने का टास्क देती हैं और टास्क पूरा होने के बाद फिर उनको हिजाब गिफ्ट के तौर पर दे देती हैं।
रमजान के लिए हिजाब चैलेंज
29 सितम्बर, 2015, अमेरिका : रमजान के दौरान मुस्लिम संगठनों द्वारा चलाए जा रहे हिजाब चैलेंज को क्रिस्चन परिवार ( 11 वर्षीय लड़की और उसकी माँ) ने स्वीकार किया। मां ऐली लॉयड और बेटी ग्रेस लॉयड दोनों दैनिक जीवन में भी हिजाब पहनने लगीं। 11 वर्षीय लड़की ग्रेस लॉयड बताती है कि जब वह हिजाब पहनकर स्कूल में जाती है तो उसके साथ पढ़ने वाले खूब स्वागत करते हैं। हिजाब पहनने पर लोग सम्मान देते हैं, जो उसे बहुत पसंद आता है।
World Hijab Day पर गैर-मुस्लिम महिलाओं के साथ हिजाब चैलेंज
29 अक्टूबर, 2014, ऑस्ट्रेलिया :मैक्वेरी यूनिवर्सिटी मुस्लिम स्टूडेंट्स एसोसिएशन द्वारा विश्व हिजाब दिवस (1 फरवरी) पर एक इवेंट आयोजित किया गया, जिसमें गैर-मुस्लिम लड़कियों को हिजाब चैलेंज दिया गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि हिजाब पहनाने के बाद उनके रिएक्शन को सेलिब्रेट किया जा रहा है। हिजाब दैनिक जीवन का ही एक भाग है, इस एजेंडे के साथ वीडियो प्रस्तुत किया गया।
हिजाब चैलेंज के लिए इवेंट का आयोजन
5 दिसंबर, 2012, संयुक्त राज्य अमेरिका : अमिना नुरूलो हसन नाम की एक मुस्लिम लड़की ने एक इवेंट आयोजित किया जिसमें गैर-मुस्लिम महिलाओं के लिए हिजाब चैलेंज का थीम था। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गैर-मुस्लिम महिलाओं को हिजाब पहनाकर उनसे उनका रिएक्शन लिया जा रहा है। वीडियो में इस्लाम और हिजाब को एक फैशन ट्रेंड के रूप में पेश किया गया।
इस्लामिक प्रतीकों को बढ़ावा देना उद्देश्य
हिजाब चैलेंज के नाम पर हुए इन घटनाक्रमों ने वैश्विक स्तर पर एक गहरी बहस को जन्म दिया है। 2012 से लेकर 2024 तक, हिजाब को लेकर सामने आए ये मामले केवल धार्मिक पहनावे तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनका उद्देश्य सांस्कृतिक पहचान को प्रभावित करना और इस्लामिक प्रतीकों को बढ़ावा देना प्रतीत होता है।
इन घटनाओं में तिलक मिटाने से लेकर गैर-मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनाने और यहां तक कि मतांतरण तक की कहानियां सामने आई हैं। यह प्रवृत्ति धार्मिक स्वतंत्रता और सांस्कृतिक विविधता के सम्मान की सीमाओं को लांघती नजर आती है। यह एक सुव्यवस्थित प्रचार तंत्र का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य गैर-मुस्लिम समुदायों को प्रभावित करना है।
हिजाब चैलेंज ट्रेंड की आड़ में चाल रहे इस्लामिक प्रोपगेंडे के पीछे कोई बड़ा एजेंडा छिपा है, जिसका उद्देश्य गैर मुस्लिम लड़कियों को इस्लाम की और आकर्षित कर उन्हें मुस्लिम बनाने के लिए काम करना है।
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