पिथौरागढ़, सुदूर सीमांत जनपद मुख्यालय में प्रादेशिक सेना की भर्ती के लिए अचानक 25 हजार युवक आ जाए और उनके लिए भोजन की व्यवस्था जुटाना हो इस मुश्किल कार्य को आसान बना दिया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सेवा भारती ,सरस्वती शिशु मंदिर से जुड़े परिवारों की महिलाओं ने हनुमान चालीसा गाकर भोजन जब तैयार किया। इससे अलग ही समा बंध गया।
ऐसा दृश्य कई स्थानों पर देखा जा सकता है जहां महिलाएं अलग-अलग समूह में भोजन बना रही है। ये सिलसिला पिछले तीन दिनों से चल रहा है। ऐसा इसलिए हुआ जब प्रादेशिक सेना में भर्ती की शारीरिक परीक्षा देने आए युवकों की भारी भीड़ को रहने खाने की दिक्कतें महसूस हुई। पिथौरागढ़ वासियों ने इन युवकों के लिए अपने घरों के दरवाजे खोल दिए, ताकि सर्दी के मौसम में उन्हें कुछ राहत मिल सके। शरद ऋतु में भारी पाले के गिरने की वजह से इन युवकों को खासी दिक्कत महसूस हो रही थी। शिशु मंदिर और अन्य स्कूलों ने भी युवकों के रहने की व्यवस्थाएं की है।
आरएसएस के स्वयंसेवकों ने शहर में आधा दर्जन स्टाल लगा कर सुबह शाम भोजन और चाय की व्यवस्था की, संघ के अलावा व्यापार मंडल और अन्य सामाजिक संगठनों ने भी बाहर से आए इन युवकों के लिए भोजन चाय पानी की व्यवस्था की है। जानकारी के अनुसार अभी भर्ती का सिलसिला अगले एक हफ्ते तक रहने वाला है।
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बहुत से युवक वापिस लौट गए है और युवकों का यहां पहुंचना लगातार जारी है। ऐसा बताया गया है कि अन्य शहरों में भर्ती प्रक्रिया स्थगित हो जाने की वजह से युवकों की भीड़ ने पिथौरागढ़ का रुख कर लिया जिसकी वजह से यहां शुरू के दिन अव्यवस्था फैली किंतु शहर के सामाजिक संगठनों द्वारा इस चुनौती को स्वीकार करते हुए इनके भोजन चाय पानी रहने आदि की व्यवस्था की।
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