पणजी। गोवा के श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में बुधवार 20 नवंबर को संस्कृत के श्लोकों पर शानदार प्रस्तुति के साथ 55वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की शुरुआत हुई। भगवान कृष्ण, शिव और गणपति की आराधना पर कलाकारों ने प्रस्तुति दी। भारत की सांस्कृतिक एकता का बेजोड़ संगम ओपनिंग सेरेमनी में देखने को मिला। फिल्म महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत द्वारा नारियल के पौधे को पानी देकर किया गया। भारतीय सिनेमा के दिग्गजों राज कपूर, तपन सिन्हा, अक्किनेनी नागेश्वर राव और मोहम्मद रफी पर विशेष डाक टिकट जारी किया गया। अभिनेता अभिषेक बनर्जी और अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने मंच का बखूबी संचालन किया।
वंदे मातरम और जय श्री राम का उद्घोष
इफ्फी में फौजी 2 और रामायण 2 के कलाकार जब मंच पर आए तो दर्शकों ने वंदे मातरम और जय श्रीराम का उद्घोष किया। दूरदर्शन पर फौजी 2 का प्रसारण शुरू भी हो गया है।
एक-दूसरे के पर्याय हैं गोवा और IFFI : . प्रमोद सावंत
मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि बीस वर्षों में गोवा और IFFI एक-दूसरे के पर्यायवाची बन गए हैं। जब IFFI के बारे में सोचते हैं, तो आपको गोवा याद आता है और जब आप गोवा के बारे में सोचते हैं, तो आपको IFFI याद आता है। डॉ. प्रमोद सावंत ने प्रसार भारती के OTT प्लेटफॉर्म ‘WAVES’ को भी लॉन्च किया।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, कंटेंट पर दिया जा रहा है ध्यान
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो संदेश में कहा कि IFFI भारतीय फिल्म उद्योग के विकास में मील का पत्थर बन गया है। कंटेंट क्रिएटर्स पर ध्यान दिया जा रहा है। लोग ऐसे नए कंटेंट के साथ आ रहे हैं जो भारत की संस्कृतियों, व्यंजनों और समृद्ध विरासत को दिखाता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान साझा किए गए विचार आने वाले वर्षों में फिल्म उद्योग की दिशा को आकार देने में मदद करेंगे।
डॉ. एल. मुरुगन ने कहा, भारतीय सिनेमा को मिल रहा बढ़ावा
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने वीडियो संदेश में कहा कि IFFI भारतीय सिनेमा को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। भारत सरकार फिल्मों की पायरेसी पर अंकुश लगाने के लिए फिल्म उद्योग के साथ कदमताल करेगी। राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि IFFI में इस वर्ष का सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रख्यात ऑस्ट्रेलियाई फिल्म निर्माता फिलिप नॉयस को प्रदान करके गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
हम एक-दूसरे को अपनी कहानियां सुनाएं : शेखर कपूर
फिल्म जगत के दिग्गज और महोत्सव निदेशक शेखर कपूर ने आग्रह किया कि हम एक-दूसरे को अपनी कहानियां सुनाएं। एक राष्ट्र, राष्ट्रों और समुदायों के भीतर एक ध्रुवीकृत दुनिया में, एक-दूसरे से बात करने का एकमात्र तरीका अपनी कहानियां सुनाना है। इससे हम एक-दूसरे के करीब आएंगे और दुनिया की कई समस्याओं का समाधान होगा, इसलिए हमें फिल्म महोत्सवों का आयोजन जारी रखना चाहिए। भारत में सबसे बड़ा फिल्म उद्योग है और यह दुनिया का सबसे बड़ा कंटेंट निर्माता और कंटेंट उपभोक्ता है ।
जीवन एक फिल्म की तरह : श्री श्री रविशंकर
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर भी फिल्म महोत्सव में उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री श्री रविशंकर ने कहा कि हर जीवन एक फिल्म की तरह है। मैं लोगों से मिलता हूं और उनकी कहानियां सुनता हूं। पूरी दुनिया एक कहानी सुनाने का मंच है। भारतीय पौराणिक कथाओं में, देवताओं को मनोरंजन के रूपों से जोड़ा जाता है जैसे कि भगवान शिव को डमरू बजाते हुए, देवी सरस्वती को वीणा बजाते हुए, भगवान कृष्ण को बांसुरी बजाते हुए आदि माना जाता है। भारतीय संस्कृति मनोरंजन से जुड़ी हुई है। इस अवसर पर निर्माता महावीर जैन ने कोलंबिया के गृहयुद्ध को समाप्त करने में श्री श्री रविशंकर द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर फिल्म का पहला लुक भी जारी किया।
इन्हें किया गया सम्मानित
फिल्म जगत के दिग्गजों सुभाष घई, चिदानंद नाइक, बोमन ईरानी, आर के सेल्वामणि, रणदीप हुड्डा, जयदीप अहलावत, जयम रवि, इशारी गणेश, आर सरथ कुमार, प्रणिता सुभाष, जैकी भगनानी, रकुल प्रीत सिंह और राजकुमार राव को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
राज कपूर, तपन सिन्हा, अक्किनेनी नागेश्वर राव और मोहम्मद रफी पर विशेष डाक टिकट
इस वर्ष IFFI ने भारतीय सिनेमा जगत के चार दिग्गजों को विशेष रूप से याद किया। राज कपूर, तपन सिन्हा, अक्किनेनी नागेश्वर राव (ANR) और मोहम्मद रफी पर विशेष डाक टिकट जारी किया गया। विशेष डाक टिकट का अनावरण सूचना और प्रसारण सचिव संजय जाजू, I&B की विशेष सचिव नीरजा शेखर; महाराष्ट्र पोस्टल सर्किल के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल (CPMG) अमिताभ सिंह; NFDC के MD पृथुल कुमार; संयुक्त सचिव (फिल्म्स) वृंदा मनोहर देसाई; महोत्सव निदेशक शेखर कपूर; अभिनेता नागार्जुन और मोहम्मद रफी की पुत्रवधू फिरदौस रफी ने किया।
भारतीय सिनेमा के 110 साल के सफर को दिखाया
समारोह का समापन भी शानदार रहा। अभिनेता सनी कौशल, सान्या मल्होत्रा और मानुषी छिल्लर ने भारतीय सिनेमा की 110 साल की यात्रा को पेश किया। इसमें हरिश्चंद्र फिल्म के जरिये दादा साहेब फाल्के और मोहक नृत्य के लिए भगवान दादा को याद किया गया। आरआरआर का नाटु नाटु गीत भी पेश किया गया। समारोह का समापन जय हो गाने पर झूमते दर्शकों के साथ हुआ। भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 28 नवंबर तक चलेगा।
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