संभल जिले के पवांसा ब्लॉक में एक सरकारी कर्मचारी पर हिंदू महिलाओं का धर्मांतरण कराने और तंत्र क्रिया के जरिए उन्हें मानसिक रूप से प्रभावित करने का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ब्लॉक परिसर में प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया।
पवांसा ब्लॉक के कर्मचारी, जो रामपुर का निवासी है, पर आरोप है कि वह तंत्र-मंत्र के जरिए महिलाओं को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करता है। बताया जा रहा है कि वह स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पारिवारिक समस्याओं से निजात दिलाने का झांसा देकर अपनी योजनाओं में फंसा लेता है।
एक महिला ने आरोप लगाया कि उसके धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया गया और जब उसके पति ने इसका विरोध किया तो उस पर चाकू से हमला कर दिया गया। महिला के पति का मानसिक संतुलन भी बिगड़ने की बात सामने आई है, जो कथित तौर पर तंत्र क्रिया का नतीजा है।
यह पहली बार नहीं है जब उक्त कर्मचारी पर इस तरह के आरोप लगे हैं। 2022 में भी उस पर मुजफ्फरपुर गांव की महिलाओं को प्रभावित करने के आरोप लगे थे। उस समय भी प्रदर्शनकारियों के दबाव में उसे पवांसा से हटाकर बहजोई ब्लॉक में अटैच किया गया था। हालांकि, बाद में वह पवांसा लौट आया।
सोमवार को विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ब्लॉक परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। प्रदर्शनकारियों ने बीडीओ अजीत सिंह को ज्ञापन देकर जल्द कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि अगर आरोपी पर सख्त कदम नहीं उठाए गए तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा।
पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर मामले को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया है।
इस घटना ने जिले में आक्रोश फैलाया है। स्थानीय निवासियों और संगठनों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि महिलाओं को ऐसे अपराधों से सुरक्षित रखा जा सके।
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