खालिस्तानियों का नया अड्डा बना न्यूजीलैंड, भारत विरोधी साजिशों का ठिकाना
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

खालिस्तानियों का नया अड्डा बना न्यूजीलैंड, भारत विरोधी साजिशों का ठिकाना

कनाडा के साथ लंबे समय से चले आ रहे खालिस्तान मुद्दे पर विवाद के बाद अब खालिस्तानी अलगाववादी न्यूजीलैंड को अपने नए अड्डे के रूप में इस्तेमाल करने लगे हैं।

by Mahak Singh
Nov 18, 2024, 05:09 pm IST
in भारत
न्यूजीलैंड बना खालिस्तानियों का नया ठिकाना

न्यूजीलैंड बना खालिस्तानियों का नया ठिकाना

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

कनाडा के साथ लंबे समय से चले आ रहे खालिस्तान मुद्दे पर विवाद के बाद अब खालिस्तानी अलगाववादी न्यूजीलैंड को अपने नए अड्डे के रूप में इस्तेमाल करने लगे हैं। भारत के खिलाफ साजिशें रचने और जनमत संग्रह के नाम पर अलगाववादी एजेंडा फैलाने का यह प्रयास वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन रहा है।

न्यूजीलैंड में 17 नवंबर को प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) ने खालिस्तान जनमत संग्रह का आयोजन किया। इस आयोजन के दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने झंडे लहराए और भारत विरोधी नारे लगाए। यह घटना न केवल भारत के लिए बल्कि न्यूजीलैंड के लिए भी एक गंभीर मुद्दा बन गई है। न्यूजीलैंड के नागरिक इस तरह की गतिविधियों को अपने देश की शांति और सौहार्द के खिलाफ मानते हुए विरोध जता रहे हैं।

न्यूजीलैंड के नागरिकों का विरोध

जहां खालिस्तानी समर्थक भारत विरोधी एजेंडा चला रहे थे, वहीं एक न्यूजीलैंड के युवा ने साहस दिखाते हुए इसका विरोध किया। माइक लेकर खालिस्तानियों के खिलाफ नारे लगाने वाले इस युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उसने खालिस्तानियों को देश छोड़ने की चुनौती देते हुए कहा, “आप सोचते हैं कि आप यहां आकर अपना एजेंडा चलाएंगे, तो ऐसा नहीं हो सकता।”

इस प्रतिक्रिया ने न्यूजीलैंड में रहने वाले भारतीय समुदाय और अन्य नागरिकों को भी जागरूक किया है, जो अब इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त कर रहे हैं।

भारत सरकार इस स्थिति पर गंभीर नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर पहले ही न्यूजीलैंड के अपने समकक्ष विंस्टन पीटर्स से इस मुद्दे पर बात कर चुके हैं। जयशंकर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि खालिस्तानियों को किसी भी देश में मंच देना वहां की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। यह घटना ऑस्ट्रेलिया में आयोजित रायसीना सम्मेलन के दौरान भी चर्चा का विषय बनी, जहां भारत ने अपने हितों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की अपील की।

खालिस्तानियों की गतिविधियों का बढ़ता दायरा

कनाडा से शुरू हुआ खालिस्तानी अलगाववाद अब न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, और यूके जैसे देशों तक फैल चुका है। यह संगठन जनमत संग्रह के नाम पर न केवल भारत के खिलाफ झूठे दावे कर रहे हैं, बल्कि इन देशों की शांति को भी भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। न्यूजीलैंड जैसे शांतिप्रिय देश में इस तरह की गतिविधियां न केवल भारत-न्यूजीलैंड संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं, बल्कि स्थानीय समुदायों के बीच भी दरार पैदा कर सकती हैं।

खालिस्तान जनमत संग्रह की आंच भारत तक पहुंचना तय है। भारत सरकार पहले ही इन गतिविधियों को रोकने के लिए कई कूटनीतिक कदम उठा चुकी है। न्यूजीलैंड में जनमत संग्रह का मामला अब एक वैश्विक चिंता का विषय बन गया है, और भारत इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की तैयारी कर रहा है।

Topics: canadaखालिस्तानीIndia Newsविदेश मंत्री एस जयशंकरNew ZealandHardeep Singh Nijjarखालिस्तानियों का नया अड्डा बना न्यूजीलैंडKhalistan
Share11TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Canada Khalistan Kapil Sharma cafe firing

खालिस्तानी आतंकी का कपिल शर्मा के कैफे पर हमला: कनाडा में कानून व्यवस्था की पोल खुली

श्रीहरि सुकेश

कनाडा विमान हादसा: भारतीय छात्र पायलट की हवाई दुर्घटना में मौत

Muslim woman praying in a temple

मुस्लिम महिला ने शिव मंदिर में की पूजा, परिजन की जान बचने पर भगवान का किया धन्यवाद

बहुध्रुवीय दुनिया की धुरी भारत

canada Khalistan mark carney

कनाडा ने स्वीकारा: खालिस्तानी आतंकियों को देता है पनाह, CSIS रिपोर्ट में खुलासा

मोदी-ट्रंप वार्ता ने भारत की स्वतंत्र विदेश नीति और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख को उजागर किया

Modi की Trump को दो टूक-Operation Sindoor में न किसी की मध्यस्थता स्वीकारी है, न स्वीकारेंगे’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies