खालिस्तानियों का नया अड्डा बना न्यूजीलैंड, भारत विरोधी साजिशों का ठिकाना
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

खालिस्तानियों का नया अड्डा बना न्यूजीलैंड, भारत विरोधी साजिशों का ठिकाना

कनाडा के साथ लंबे समय से चले आ रहे खालिस्तान मुद्दे पर विवाद के बाद अब खालिस्तानी अलगाववादी न्यूजीलैंड को अपने नए अड्डे के रूप में इस्तेमाल करने लगे हैं।

by Mahak Singh
Nov 18, 2024, 05:09 pm IST
in भारत
न्यूजीलैंड बना खालिस्तानियों का नया ठिकाना

न्यूजीलैंड बना खालिस्तानियों का नया ठिकाना

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

कनाडा के साथ लंबे समय से चले आ रहे खालिस्तान मुद्दे पर विवाद के बाद अब खालिस्तानी अलगाववादी न्यूजीलैंड को अपने नए अड्डे के रूप में इस्तेमाल करने लगे हैं। भारत के खिलाफ साजिशें रचने और जनमत संग्रह के नाम पर अलगाववादी एजेंडा फैलाने का यह प्रयास वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन रहा है।

न्यूजीलैंड में 17 नवंबर को प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) ने खालिस्तान जनमत संग्रह का आयोजन किया। इस आयोजन के दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने झंडे लहराए और भारत विरोधी नारे लगाए। यह घटना न केवल भारत के लिए बल्कि न्यूजीलैंड के लिए भी एक गंभीर मुद्दा बन गई है। न्यूजीलैंड के नागरिक इस तरह की गतिविधियों को अपने देश की शांति और सौहार्द के खिलाफ मानते हुए विरोध जता रहे हैं।

न्यूजीलैंड के नागरिकों का विरोध

जहां खालिस्तानी समर्थक भारत विरोधी एजेंडा चला रहे थे, वहीं एक न्यूजीलैंड के युवा ने साहस दिखाते हुए इसका विरोध किया। माइक लेकर खालिस्तानियों के खिलाफ नारे लगाने वाले इस युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उसने खालिस्तानियों को देश छोड़ने की चुनौती देते हुए कहा, “आप सोचते हैं कि आप यहां आकर अपना एजेंडा चलाएंगे, तो ऐसा नहीं हो सकता।”

इस प्रतिक्रिया ने न्यूजीलैंड में रहने वाले भारतीय समुदाय और अन्य नागरिकों को भी जागरूक किया है, जो अब इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त कर रहे हैं।

भारत सरकार इस स्थिति पर गंभीर नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर पहले ही न्यूजीलैंड के अपने समकक्ष विंस्टन पीटर्स से इस मुद्दे पर बात कर चुके हैं। जयशंकर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि खालिस्तानियों को किसी भी देश में मंच देना वहां की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। यह घटना ऑस्ट्रेलिया में आयोजित रायसीना सम्मेलन के दौरान भी चर्चा का विषय बनी, जहां भारत ने अपने हितों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की अपील की।

खालिस्तानियों की गतिविधियों का बढ़ता दायरा

कनाडा से शुरू हुआ खालिस्तानी अलगाववाद अब न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, और यूके जैसे देशों तक फैल चुका है। यह संगठन जनमत संग्रह के नाम पर न केवल भारत के खिलाफ झूठे दावे कर रहे हैं, बल्कि इन देशों की शांति को भी भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। न्यूजीलैंड जैसे शांतिप्रिय देश में इस तरह की गतिविधियां न केवल भारत-न्यूजीलैंड संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं, बल्कि स्थानीय समुदायों के बीच भी दरार पैदा कर सकती हैं।

खालिस्तान जनमत संग्रह की आंच भारत तक पहुंचना तय है। भारत सरकार पहले ही इन गतिविधियों को रोकने के लिए कई कूटनीतिक कदम उठा चुकी है। न्यूजीलैंड में जनमत संग्रह का मामला अब एक वैश्विक चिंता का विषय बन गया है, और भारत इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की तैयारी कर रहा है।

Topics: New ZealandHardeep Singh Nijjarखालिस्तानियों का नया अड्डा बना न्यूजीलैंडKhalistancanadaखालिस्तानीIndia Newsविदेश मंत्री एस जयशंकर
Share11TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Muslim woman praying in a temple

मुस्लिम महिला ने शिव मंदिर में की पूजा, परिजन की जान बचने पर भगवान का किया धन्यवाद

बहुध्रुवीय दुनिया की धुरी भारत

canada Khalistan mark carney

कनाडा ने स्वीकारा: खालिस्तानी आतंकियों को देता है पनाह, CSIS रिपोर्ट में खुलासा

मोदी-ट्रंप वार्ता ने भारत की स्वतंत्र विदेश नीति और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख को उजागर किया

Modi की Trump को दो टूक-Operation Sindoor में न किसी की मध्यस्थता स्वीकारी है, न स्वीकारेंगे’

Canada G-7 khalistani protest

कनाडा में G7 से पहले खालिस्तानी प्रदर्शन, पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी और धमकी

साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने एक भव्य समारोह में भारत के प्रधानमंत्री को अपने यहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III" से सम्मानित किया

Cyprus में Modi सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित, आज Canada के दौरे पर निकलेंगे भारतीय प्रधानमंत्री

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies