कर्णावती । सूरत में एक व्यक्ति ने साम्प्रदायिक सौहार्द को चोट पहुचाने की कोशिश करने की घटना सामने आई है। शहर में स्टार ट्रेक कोचिंग क्लासिस के माध्यम से मुस्लिम बच्चों को हिन्दुओ के खिलाफ भड़कानेवाली साजिश सामने आने पर इस मामले में पुलिस ने सूरत के सुलेमान शेख को गिरफ्तार किया है।
सूरत के स्टार ट्रेक कोचिंग क्लास के मालिक रईस शेख ने कोचिंग क्लासिस के नाम पर सोशल मीडिया में गलत जानकारी के साथ वाइरल हो रही पत्रिका के बारे में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके चलते पुलिस ने जांच कर शिकायत करने वाले रईस शेख के ससुर सुलेमान शेख को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या था पूरा मामला
सूरत के लिम्बायत विस्तार में स्टार ट्रेक कोचिंग क्लासिस के नाम के साथ सोशल मीडिया में एक पत्रिका वाइरल हुई। इस पत्रिका में कोचिंग क्लास में पढ़नेवाले मुस्लिम बच्चों को मुस्लिम विरोधी संगठनों के खिलाफ कैसे खड़े हो सकते है इसकी कोचिंग दी जाएगी ऐसा लिखा हुआ था। साम्प्रदायिक सौहार्द को भंग करनेवाली इस पत्रिका को सोशल मीडिया में वाइरल किया गया था।
पत्रिका में हिन्दुओं को मुस्लिम विरोधी बताया गया
पत्रिका में लिखा था कि इस ट्यूशन क्लास में बच्चों को मुस्लिम विरोधी संगठनों से बचने के गुर सिखाए जा रहे हैं। इसके अलावा बीजेपी, आरएसएस, बजरंग दल, शिव सेना जैसे संगठनों को जड़ से उखाड़ फेंकने का गुर भी यहां सिखाया जाता है। पर्चे में दावा किया गया कि कोचिंग क्लास में मुस्लिम युवक-युवतियों को हिंदू संगठनों से बचने की तरकीब भी सिखाई जाएगी। सबसे बड़ी बात यह है कि इस कोचिंग क्लास के जरिए मुस्लिम बच्चों को “आदम सेना” में शामिल होने का मौका मिलेगा, ऐसा पैम्फलेट में बताया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस पर्चे से सांप्रदायिक एकता को खतरा था। इसलिए पुलिस ने तत्काल प्रभाव से इस मामले में रईश शेख की तुंरत शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
सुलेमान शेख ने दामाद के साथ झगडे को लेकर किया कांड
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी सुलेमान शेख खुद एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल है। उसका अपने दामाद रईस शेख से झगड़ा हुआ था इसलिए उसे बदनाम करने के लिए यह पत्रिका बनाई थी। रईस ने सरकारी नौकरी के लिए एप्लाय किया था। इस घटना के बाद रईस को सरकारी नौकरी भी न मिले इसलिए सुलेमान ने खुद ही के दामाद के खिलाफ यह साजिश रची।
सरकारी स्कूल में ही तैयार किया पर्चा
सुलेमान शेख खुद एक प्रिंसिपल है, इसलिए उसने उसके स्कूल के ही कम्प्यूटर में यह खतरनाक पत्रिका तैयार की और फिर उसे खुद ही सोशल मीडिया पर वाइरल कर दिया था। पुलिस ने स्टार ट्रेक कोचिंग क्लास में भी जांच की लेकिन पत्रिका में बताई गई बातों के हिसाब से कुछ भी संदिग्ध कार्य वहां पर चल रहा हो ऐसा सामने नही आया। वहां पर 6 से 12वी कक्षा के बच्चों को शिक्षा देने का ही काम हो रहा था ऐसी बात सामने आई है।
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