महाराष्ट्र के जलगांव में कट्टरपंथी मुस्लिमों ने कार्तिक एकादशी (12 नवंबर) पर उपवास और कीर्तन कर रहे हिंदुओं पर जानलेवा हमला किया। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे मुंह पर कपड़ा बांधे समूह में आए कट्टरपंथियों ने वहां मौजूद हिंदुओं पर पहले लाठी-डंडे बरसाए फिर उन पर पथराव किया। हमले में हिंदू महिला, पुरुष समेत बच्चों के घायल होने की खबर है। वहीं एक व्यक्ति को सिर पर गंभीर चोटें आई हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ज्यादा से ज्यादा हिंदू इस वीडियो को शेयर कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस घटना को लेकर इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने भी एक पोस्ट किया है। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से हिंदुओं की सुरक्षा की अपील की है। उन्होंने कहा, “अब भारतीय मुसलमानों को हिंदुओं द्वारा एकादशी पर व्रत रखने और कीर्तन करने से भी परेशानी हो रही है। मुस्लिमों ने महाराष्ट्र के जलगांव में वार्षिक कार्तिक एकादशी पर कीर्तन कर रहे हिंदुओं पर जानलेवा हमला किया। हम आपसे बुलडोजर न्याय चाहते हैं। इन्हें वापस बांग्लादेश भेजो।”
रिनिति चटर्जी पांडे नाम की यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि अब महाराष्ट्र के जलगांव में मुस्लिमों ने कार्तिक एकादशी के दौरान हिंदुओं पर पथराव किया। जरा कट्टरपंथियों से पूछना कि इसमें कौन सा भड़काऊ डीजे बज रहा था। अभी तो ये 2024 ही है, इनकी पैरवी करने वाले हर नेता को पहचानो, उन्हें वोट देना समझो अपने भविष्य से खेलना है।
इस घटना से आक्रोशित एक अन्य यूजर ने एक्स पर लिखा कि महाराष्ट्र के जलगांव में कार्तिक एकादशी के दिन शांतिदूतों ने हमला कर दिया। शांतिदूतों का काम ही शांति भंग करना है। इनको हर त्यौहार पर नोटंकी करनी होती है, जब तक इनसे सही से नहीं निपटा जाएगा, तब तक ये सुधरने वाले नहीं।
बता दें कि कट्टरपंथी मुस्लिमों द्वारा हिंदुओं के त्यौहारों पर माहौल बिगाड़ना जारी है। इस वर्ष छठ पूजा पर भी बिहार के पूर्णिया समेत कई जिलों में कट्टरपंथियों ने महिलाओं, बच्चों पर जानलेवा हमला किया और छठ घाट को पूरी तरह से तहत-नहस कर दिया था। छठ व्रतियों ने गांव के ही रहने वाले कट्टरपंथियों पर आरोप लगाया था कि वे उन पर हमला करने के लिए घाट पर पहले से ही घात लगाकर बैठे हुए थे। जब वे लोग संध्या अर्घ्य के बाद अपने घर लौट रहे थे, उसी बीच रास्ते में कट्टरपंथियों ने महिलाओं और बच्चों को घेर कर जानलेवा हमला बोला दिया। उन्होंने छठ पर्व पर माहौल बिगाड़ने के लिए लाठी-डंडों, तलवारों, ईंट और पत्थरों से पूरे घाट को तहस नहस कर दिया। पैरों से और हाथों से पूरे घाट को उजाड़ दिया। निर्जला उपवास करने वाले श्रद्धालु छठ घाट की हालत देखकर वहीं पर रोने लगे थे।
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