सर्दियों का मौसम बनारस घूमने के लिए बेहद खास होता है। गंगा के घाटों पर सुबह-सुबह की ठंडक और बनारसी खानपान का अनूठा स्वाद इस यात्रा को यादगार बना देता है। अगर आप बनारस जा रहे हैं, तो इन स्थानीय व्यंजनों का स्वाद जरूर लें जो इस शहर की संस्कृति का हिस्सा हैं।
मलइयो
मलइयो, जिसे कई लोग मालइयो भी कहते हैं, बनारस की सर्दियों की विशेष मिठाई है। यह मिठाई दूध को ठंडी रात में खुले में रखकर बनती है और ऊपर की मलाईदार झाग में केसर और पिस्ते का स्वाद होता है। यह केवल सुबह-सुबह मिलता है, तो अगर आप बनारस में हैं, तो इस अनोखी मिठाई का स्वाद लेना न भूलें।
कचौड़ी-जलेबी
बनारसी सुबह कचौड़ी और जलेबी के नाश्ते से शुरू होती है। यहाँ की कचौड़ी मसालेदार आलू की सब्जी के साथ परोसी जाती है, जो सर्दियों की ठंड में गर्मागर्म खाने का अलग ही अनुभव देती है। इसके साथ ताजगी भरी जलेबी का स्वाद इस पारंपरिक नाश्ते को और खास बना देता है।
टमाटर चाट
बनारस की प्रसिद्ध टमाटर चाट न केवल स्वाद में बेमिसाल है बल्कि यह अन्य चाटों से बिल्कुल अलग है। इसमें टमाटर, अदरक, मसाले और नमकीन का मिश्रण होता है जो स्वाद को और भी बढ़ा देता है। ठंड के मौसम में इस मसालेदार चाट का स्वाद जरूर चखें।
बनारसी पान
बनारस का दौरा तब तक अधूरा है जब तक आप यहाँ का मशहूर बनारसी पान नहीं खाते। इसकी खास बनावट और स्वाद इसे भारत में सबसे अलग बनाता है। यहाँ का पान मुंह में जाते ही एक अलग अनुभव देता है, जिससे यह शहर अपनी पहचान बनाता है।
रबड़ी और जलेबी
बनारस की रबड़ी-जलेबी का अनोखा कॉम्बिनेशन सर्दियों में गर्माहट और मिठास का अद्भुत संगम है। रबड़ी की मलाई और जलेबी की कुरकुराहट एक साथ मिलकर एक बेहतरीन स्वाद प्रदान करती है। लक्सा रोड पर इस खास डिश का असली आनंद लिया जा सकता है।
समोसा -टिक्की
बनारसी समोसा और आलू टिक्की का स्वाद भी बेहद खास होता है। समोसे की भराई में खड़े मसाले और चटनी का साथ इसे बेहद स्वादिष्ट बनाता है। चाट के रूप में मिलने वाली आलू टिक्की भी बनारस की विशेषता है, जिसे आप शाम के समय गलियों में पाएंगे।
रेवड़ी-गजक
सर्दियों में मिठाइयों में बनारसी रेवड़ी और गजक का भी स्वाद लेना न भूलें। इनका करारा स्वाद और गुड़ का मिठास सर्दियों में खास अनुभव देता है।
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