हाल ही में कनाडा में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा के बाद खालिस्तान समर्थक अब भारतीय मंदिरों को निशाना बनाने की धमकियां देने लगे हैं। खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी करके अयोध्या के राम मंदिर को निशाना बनाने की धमकी दे दी है। पन्नू ने इस वीडियो में कनाडा में स्थित दो और मंदिरों का जिक्र किया और भारत में हिंदू धर्म के प्रतीक मंदिरों के खिलाफ हिंसा की धमकी दी। पाञ्चजन्य वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
पन्नू ने अयोध्या को ‘हिंसक हिंदुत्व विचारधारा की जन्मस्थली’ के रूप में चित्रित किया और कहा, “कनाडा अयोध्या नहीं है। आरएसएस, बजरंग दल और भाजपा के लोग कनाडा में गुरुद्वारा साहिब पर हमलों की कोशिश कर चुके हैं, अब हम आपकी अयोध्या की बुनियाद हिलाने जा रहे हैं।” इसके अलावा, उन्होंने हिंदू सभा मंदिर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर भी खालिस्तान समर्थकों को धमकी दी और कहा, “1984 के सिख नरसंहार के दोषियों की संतान हो, जो मंदिर के विरोधियों को धमकी दे रहे हैं।”
पन्नू ने इस वीडियो में यह भी कहा कि यदि कोई कनाडाई भारतीय भारतीय तिरंगा लहराते हुए दिखेगा तो उसे सिखों और कनाडा का दुश्मन माना जाएगा। उन्होंने खालिस्तान समर्थकों से यह भी कहा कि यह युद्ध केवल खालिस्तान समर्थकों और भारत सरकार के बीच है, और भारतीय- कनाडाई लोगों को इस संघर्ष से दूर रहकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
पन्नू ने कनाडा में भारतीय राजनयिकों के लिए अगली चुनौती 16 नवंबर को टोरंटो के कालीबाड़ी मंदिर और 17 नवंबर को ब्रैम्पटन के त्रिवेणी मंदिर में उत्पन्न होने की बात कही है। कनाडा में हिंदू सभा मंदिर पर हमले की घटना के बाद भारत सरकार ने इस पर चिंता जताई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। भारतीय मूल के सांसद चंद्रा आर्य ने भी घटना का वीडियो साझा किया और इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।
यह स्थिति गंभीर होती जा रही है, जिसमें न केवल भारतीय मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है, बल्कि खालिस्तानी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए हिंसा को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। भारत सरकार को इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए इन खालिस्तानियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भारतीय धार्मिक स्थलों और समुदायों को इस तरह के हमलों से बचाया जा सके।
टिप्पणियाँ