इब्न बतूता मुस्लिम यात्री नहीं महिलाओं का शोषण करने वाला था, 30 साल में 20 शादियां की और 70 बच्चे पैदा किए
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम तथ्यपत्र

इब्न बतूता मुस्लिम यात्री नहीं महिलाओं का शोषण करने वाला था, 30 साल में 20 शादियां की और 70 बच्चे पैदा किए

इब्न बतूता की कथित रोमांचक यात्राओं की कहानी बताती हुई कई किताबें हैं, मगर उसकी अय्याशियों और औरतों के प्रति हवस की कहानियां बहुत कम हैं और तथ्यों को सामने लाया नहीं गया है।

by सोनाली मिश्रा
Nov 10, 2024, 09:02 pm IST
in तथ्यपत्र
इब्न बतूता सफर में सेक्स स्लेव्स को लेकर चलता था

इब्न बतूता सफर में सेक्स स्लेव्स को लेकर चलता था

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

इब्न बतूता पर किस्से और कहानियां खूब लिखी गई हैं। मगर क्या इस बहाने इब्नबतूता की उस असलियत को पूरी तरह से छिपा लिया गया है, जो उसने खुद ही लिखी थी। वह एक कट्टर मुस्लिम था और उसी नाते वह यात्रा पर निकला था। मोरक्को का मुसाफिर इब्न बतूता भारत 1334 में आया था। उस समय दिल्ली पर मोहम्मद बिन तुगलक गद्दी पर बैठा था।

इब्न बतूता की कथित रोमांचक यात्राओं की कहानी बताती हुई कई किताबें हैं, मगर उसकी अय्याशियों और औरतों के प्रति हवस की कहानियां बहुत कम हैं और तथ्यों को सामने लाया नहीं गया है। मोरक्को से चलने वाला इब्न बतूता भारत आने तक कई महिलाओं को सेक्स-स्लेव बना चुका था और असंख्य शादियां कर चुका था। Concubines and Courtesans – Women and Slavery in Islamic History नामक पुस्तक में इब्न बतूता की इस अय्याशी को बताया गया है।

Concubines on the Road: Ibn Battuta’s Sla72ve Women में Marina A. Tolmacheva ने उन महिलाओं के विषय में लिखा है, जिनके विषय में भारत में वे लोग एकदम चुप्पी साधे बैठे रहते हैं, जो इब्न बतूता के जूते पर बाल कविताएं लिखते हैं। बच्चों के दिमाग में उसे हीरो बनाते हैं, उसका चेहरा कुछ और है। वर्ष 1325 में वह अपने मुल्क से हज करने के लिए निकला था। उसके बाद उसने तमाम देशों की यात्रा की।

दोस्तों की बेटियों से शादी की

इस पुस्तक में लिखा है कि उसने अपने दोस्तों और सहकर्मियों की बेटियों के साथ शादी की और उन्हें तलाक दिया। उसने अपने अधीन काम करने वालों के संरक्षण में महिला नातेदारों से शादी की और तलाक दिया। ऐसी महिलाएं उसके साथ उसके सफर पर नहीं जाती थीं और वह उन सेक्स- स्लेव्स के साथ सफर करता था, जिन्हें उसने या तो खरीदा होता था या फिर उसे जो तोहफे में मिली होती थीं।
इसमें लिखा है कि हमें शायद ही उन महिलाओं के नाम पता हों। ली गुओ के अनुमान के अनुसार इब्न बतूता ने तीस साल की अवधि में दुनिया भर में घूमने के दौरान बीस से ज्यादा महिलाओं से शादी की और तलाक लिया, सत्तर बच्चों का पिता बना और अंततः उसे छोड़ दिया। लेकिन, इब्न बतूता के खाते में इन महिलाओं और बच्चों के बारे में बहुत कम जानकारी है, जिनमें से ज़्यादातर के नाम नहीं हैं।

कई सेक्स स्लेव ईसाई भी थीं

रौक्सैन यूबेन के हवाले से लिखा गया है कि जैसे-जैसे उसके सफर के दौरान उसका कद बढ़ता गया, उसने कई पुरुष और महिला दास हासिल किए जो अक्सर उसके साथ यात्रा करते थे, साथ ही कई पत्नियां भी (रिहला में दस का उल्लेख है, लेकिन संभवतः ज़्यादा भी रही होंगी), और उसने अज्ञात संख्या में बच्चों को जन्म दिया (पांच का उल्लेख है, लेकिन संभवतः ज़्यादा भी रहे होंगे)। यह अनुमान लगाया जाता है कि इब्न बतूता ने मार्को पोलो की तुलना में तीन गुना सफर किया था और वह लगभग 44 तत्कालीन देशों में गया था। उसकी कई सेक्स स्लेव ईसाई भी थीं। जब वह दिल्ली आया था तो मोहम्मद बिन तुगलक ने उसे काजी बनाया था। उसने दिल्ली में भी कई शादियां की थीं। भारत से जब वह चीन जा रहा था तो उसका एक जहाज जावा पहुंच गया था, जिसमें उसकी दासी लड़कियां थीं। उसमें उसकी प्रिय रखैल भी थी, जो गर्भवती थी। मगर वह मर गई थी और जावा के शासक ने शेष लासी लड़कियों को अपने कब्जे में ले लिया था।

कौन रही होंगी ये लड़कियां

जब पूरा वृत्तान्त पढ़ते हैं, तो महिलाओं को लेकर एक अजीब पीड़ा से मन भर जाता है। कौन रही होंगी ये लड़कियां? ये महिलाएं? जो बच्चे पैदा करते समय मर जाती थीं, जिन्हें सामानों की तरह बेचा जाता था। उनका काम केवल अपने मालिकों को खुश करना होता था। अपने देश से दूर उन्हें जहाजों पर भेज दिया जाता था, जहां पर उनके जीवन का कोई ठिकाना नहीं था। जब इब्न बतूता मालदीव गया तो उसने वहाँ पर भी शादियां कीं। डेढ़ साल तक वह वहां रुका था। वहां पर उसने चार शादियां कीं थीं। इस पुस्तक में लिखा है कि हमें यह पता चलता है कि यहां पर इब्न बतूता की शादियां बड़े परिवारों में नहीं हो पाई थीं, क्योंकि इब्नबतूता को रखैलों का साथ ज्यादा पसंद था। इसमें इब्न बतूता की किताब के हवाले से भी लिखा है कि कैसे उसे एशियाई लड़कियां पसंद थीं। एक मराठी लड़की “गुल-इ-स्तान” का उल्लेख है। उसने लिखा है कि उसके पास मालदीव में वजीर ने एक लड़की भेजी और कहलवाया कि अगर यह पसंद आती है तो ठीक, नहीं तो मैं एक और लड़की भेजूंगा, जो मराठी होगी। फिर इब्न बतूता लिखता है कि उसे मराठी लड़कियां पसंद हैं।

भारत में किया गया महिमा मंडित

इस अध्याय में इब्न बतूता की अय्याशियों की कहानियां हैं। वे तथ्य हैं, जिन्हें जान-बूझकर भारत में अनदेखा कर दिया जाता है। भारत में ऐसे अय्याश और महिला विरोधी लोगों को महिमा मंडित किया जाता है कि वह एक महान मुसाफिर था। मुसाफिर तो सफर करते हैं, मगर ये कैसा सफर जिसमें असंख्य लड़कियों का जीवन बर्बाद किया गया? और भारत में फिल्मों में और यहां तक कि बाल-कविताओं में उसे हीरो बनाया गया?

ये भी पढ़ें

700 साल पहले  मंदिर में पहचान छिपाकर रहने वाला मुस्लिम जोगी और इब्न बतूता

“इब्नबतूता का जूता” कहकर नायक बनाने वाले उसकी असलियत छिपा गए ?

Topics: पाञ्चजन्य विशेषइब्न बतूताअरब यात्रामोरक्को का यात्रीकौन था इब्न बतूताइब्न बतूता और सेक्स स्लेव
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

‘सामाजिक समरसता वेदिका’ द्वारा संचालित सिलाई केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करतीं लड़कियां

इदं न मम् : तेलंगाना में ‘सामाजिक समरसता वेदिका’ के प्रयासों से परिवर्तन से हुई प्रगति

केरल की वामपंथी सरकार ने कक्षा 10 की सामाजिक विज्ञान पुस्तक में ‘लोकतंत्र : एक भारतीय अनुभव’ 'Democracy: An Indian Experience' शीर्षक से नया अध्याय जोड़ा है, जिसका विरोध हो रहा है। (बाएं से) शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन

केरल सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम में किया बदलाव, लाल एजेंडे और काली सोच का सबक है 

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

चतुर्थ सरसंघचालक श्री रज्जू भैया

RSS के चौथे सरसंघचालक जी से जुड़ा रोचक प्रसंग: जब रज्जू भैया ने मुख्यमंत्री से कहा, ‘दुगुनी गति से जीवन जी रहा हूं’

धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा से आशीर्वाद लेते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री किरन रिजीजू

चीन मनमाने तरीके से तय करना चाहता है तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा का उत्तराधिकारी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

चित्र - उत्तराखंड नैनीताल हाईकोर्ट

उत्तराखंड : अतिक्रमण को लेकर फिर बिफरा नैनीताल हाई कोर्ट, 25 अगस्त तक मांगी रिपोर्ट

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies