हिंदी केवल भारत की राजभाषा नहीं है, बल्कि यह दुनिया के कई अन्य देशों में भी बोली और समझी जाती है। जहां एक ओर भारत में हिंदी का व्यापक उपयोग होता है, वहीं दूसरे देशों में भी हिंदी बोलने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में, जहां हिंदी को सम्मानजनक स्थान प्राप्त है और वहां के लोग इस भाषा का प्रयोग करते हैं।
फिजी
फिजी, हिंद महासागर के एक छोटे से द्वीप राष्ट्र में हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। फिजी में बोली जाने वाली हिंदी को “फिजियन हिंदी” कहा जाता है, जो मुख्य रूप से भोजपुरी और अवधि की मिश्रित बोली है। इस भाषा में अंग्रेजी और फिजी शब्दों का भी इस्तेमाल किया जाता है। फिजी में हिंदी का आगमन ब्रिटिश काल के दौरान हुआ, जब गिरमिटिया श्रम प्रणाली के तहत भारतीय श्रमिकों को यहां लाया गया था। वर्तमान में, फिजी की 38% आबादी भारतीय मूल की है, और यहां हिंदी बोली जाती है। 1997 में हिंदी को “हिंदुस्तानी” कहा गया, लेकिन 2013 में इसे फिर से “हिंदी” के रूप में मान्यता मिली।
नेपाल
नेपाल में हिंदी का व्यापक रूप से प्रयोग होता है, विशेषकर वहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों द्वारा। यहां के लोग हिंदी को अच्छी तरह से समझते और बोलते हैं, और हिंदी को नेपाल की संस्कृति में भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। भारतीय फिल्मों, साहित्य और संगीत के माध्यम से हिंदी ने नेपाल में अपनी अलग पहचान बनाई है। हिंदी भाषा का प्रयोग नेपाल में घरेलू संवाद, शिक्षा, और मीडिया के क्षेत्र में भी बढ़ रहा है।
मॉरीशस
मॉरीशस, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप राष्ट्र है, जहां भारतीय मूल के लोगों की बड़ी संख्या बसती है। यहां हिंदी को व्यापक रूप से बोला जाता है, और यह भाषा मॉरीशस की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा बन गई है। यहां के लोग हिंदी में संवाद करते हैं, और भारतीय साहित्य, संगीत, और फिल्में भी लोकप्रिय हैं। हिंदी भाषा का योगदान मॉरीशस में भारतीय संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने में महत्वपूर्ण है।
सिंगापुर
सिंगापुर में भी हिंदी को एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है, खासकर भारतीय समुदाय में। यहां रहने वाले भारतीय मूल के लोग हिंदी भाषा को न केवल समझते हैं, बल्कि इसका प्रयोग भी करते हैं। सिंगापुर में भारतीय समुदाय की संख्या काफी बड़ी है, और वहां हिंदी फिल्मों, संगीत और साहित्य का भी प्रमुख स्थान है। सिंगापुर में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए कई संस्थाएं और स्कूल काम कर रहे हैं।
त्रिनिदाद और टोबैगो
त्रिनिदाद और टोबैगो, जो कैरेबियाई द्वीप में स्थित हैं, वहां भी हिंदी बोली जाती है। हालांकि इंग्लिश यहां की आधिकारिक भाषा है, लेकिन भोजपुरी और हिंदी का प्रयोग व्यापक रूप से होता है। यहां के भारतीय मूल के लोग अपनी भाषा और संस्कृति को बनाए रखते हुए हिंदी का इस्तेमाल करते हैं। इस देश में भारतीय समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को हिंदी और भोजपुरी के माध्यम से जीवित रखा गया है।
टिप्पणियाँ