अयोध्या में आज से 14 कोसी परिक्रमा की शुरुआत होने जा रही है। 9 और 10 नवंबर को 14 कोसी परिक्रमा को देखते हुए अयोध्या जनपद के अंदर भारी वाहनों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन का आदेश जारी हुआ है। राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद यह पहली 14 कोसी परिक्रमा है। अयोध्या के विकास के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार अरबों रुपये के बजट से विभिन्न परियोजनाएं चला रही है।
अयोध्या की इस प्रसिद्ध परिक्रमा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अयोध्या आकर परिक्रमा करते हैं। श्रद्धालुओं को परिक्रमा के लिए सुगम मार्ग उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने फोर लेन का निर्माण कराया गया है।
परिक्रमा मार्ग को फोर लेन करने व सड़क का चौड़ीकरण करने के लिए प्रदेश सरकार ने 473.22 करोड़ की लागत से फोर लेन का निर्माण कराया है। सड़क की लम्बाई 9.025 किलोमीटर है। बता दें कि नव्य, भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति स्थापित होने के बाद यह पहली परिक्रमा है। अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ जुट रही है।
उल्लेखनीय है कि दुनिया की वैभवशाली नगरी अयोध्या में 31 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है। जिस दिन यह सभी विकास परियोजनाएं पूरी हो जायेंगी, पूरी दुनिया अयोध्या का वैभव देखेगी। अयोध्या शहर के अंदर चार लेन की सड़कें बनाई गई हैं। अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनकर शुरू हो गया है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू होने के बाद देश के प्रमुख शहरों से लोग सीधे अयोध्या पहुंच रहे हैं। अयोध्या आने वाले दिनों में विश्वस्तरीय शहर बनेगा। अयोध्या जनपद की सीमा 6 जनपदों से लगी हुई है।
उन सभी 6 जनपदों पर स्वागत द्वार बनाए जा रहे हैं। उन सभी स्वागत द्वार के निकट ठहरने एवं खाने-पीने की उत्तम व्यवस्था की जायेगी। आर्थिक आधार पर इसमें तीन प्रकार की व्यवस्था बनाई गई है। साधारण रूप से अगर कोई श्रद्धालु आता है तो उसे 365 रुपये में खाने-पीने और ठहरने की सुविधा मिलगी। उसके बाद मध्यम वर्गीय और और उच्च वर्ग की दर अभी निर्धारित की जायेगी। धन के अभाव में किसी की धार्मिक यात्रा नहीं रुकने पाएगी।
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