भुवनेश्वर। ओडिशा–पश्चिम बंगाल सीमा पर भोगराई प्रखंड में ईसाई मिशनरियों द्वारा जनजातीय वर्ग के लोगों का कन्वर्जन कराने की कोशिश की गई। स्थानीय लोगों को इस बारे में जानकारी मिलने के बाद वहां तनाव देखा गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को इस गैरकानूनी कार्य के बारे में जानकारी देने के पश्चात तीन ईसाई प्रचारकों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।
रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के धनंजय किस्कु, पूर्वी मेदिनीपुर जिले के पुरुषोत्तम राणा व चंद्रा बादिली पांच ई रिक्शा के जरिये 20 से अधिक लोगों के साथ बालेश्वर जिले के भोगराई इलाके के कीर्तनिया गांव के कुअँर मुर्मु के घर पहुंचे। वहां इन लोगों ने परिवार का कन्वर्जन कराने का प्रयास किया। इन लोगों ने बताया कि हिन्दू धर्म का त्याग करने पर जीवन में सभी प्रकार का दुःख और कष्ट दूर हो जाएंगे तथा बीमारी नहीं रहेगी। इस कारण उन्हें हिन्दू धर्म को छोड़कर ईसाइयत अपनानी पड़ेगी।
कन्वर्जन कराए जाने की बात पता चलते ही गांव के अन्य लोग वहां पहुंचे और ईसाई प्रचारक व उनके साथियों से पूछताछ करने लगे। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और तीन ईसाई प्रचारकों को हिरासत में लिया। धनंजय किस्कु ने बताया कि उसने इससे पहले दत्तपुर गांव में 30 से अधिक परिवारों का कनवर्जन करा चुका है।
विश्व हिन्दू परिषद ने अवैध रूप से किये जा रहे कन्वर्जन पर पूर्ण रूप से रोक लगाने तथा इस तरह के कृत्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्रीय सह मंत्री गौरी प्रसाद रथ ने कहा कि ओडिशा में अवैध कन्वर्जन को रोकने के लिए कानून बना हुआ है, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि इस कानून का सही रूप से क्रियान्वयन नहीं किया जा रहा है। इस कारण जनजातीय वर्ग के भोले-भाले लोगों के कन्वर्जन की प्रक्रिया जारी है। प्रशासन को इस पर सख्ती बरतनी चाहिए।
Leave a Comment