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‘शरीर में हैं अंडकोष, गर्भाशय का नामोनिशान नहीं’ : महिला बनकर खेले खिलाड़ी पर बड़ा खुलासा, रिपोर्ट में पुरुष होने का दावा

Published by
SHIVAM DIXIT

नई दिल्ली । अल्जीरिया की ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बॉक्सर ईमान खलीफ के जेंडर को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। फ्रेंच पत्रकार जाफर ऐत औडिया द्वारा एक लीक की गई मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, ईमान के शरीर में आंतरिक अंडकोष और XY गुणसूत्र पाए गए हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि ईमान के शरीर में गर्भाशय नहीं है। इस जानकारी ने महिला वर्ग में खेल रहे इस एथलीट के जेंडर को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।

रिपोर्ट में क्या-क्या आया सामने ?

माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट पेरिस के Kremlin-Bicêtre Hospital और अल्जीयर्स के Mohamed Lamine Debaghine Hospital के विशेषज्ञों द्वारा जून 2023 में तैयार की गई थी। इसमें ईमान खलीफ के जैविक गुणों का वर्णन किया गया है, जिनमें आंतरिक अंडकोष, गर्भाशय का अभाव और एक सूक्ष्म लिंग (माइक्रोपेनिस) का पाया जाना शामिल है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह लक्षण 5-अल्फा रिडक्टेज़ इंसुफ़िशिएंसी नामक विकार की ओर संकेत करते हैं, जोकि जेंडर पहचान से जुड़ा एक विशेष जैविक स्थिति है।

जेंडर पहचान पर उठा विवाद

ओलंपिक में महिला वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के बाद, ईमान खलीफ की जेंडर पहचान पर विवाद उठ खड़ा हुआ। इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया और खेल समुदाय में भारी चर्चा हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, खलीफ में XY गुणसूत्र हैं, जो आमतौर पर पुरुषों में पाए जाते हैं। इसके साथ ही, उनके शरीर में गर्भाशय न होना भी उसके पुरुष होने का इशारा करता है।

5-अल्फा रिडक्टेज़ इंसुफ़िशिएंसी : क्या है यह स्थिति?

5-अल्फा रिडक्टेज़ इंसुफ़िशिएंसी एक दुर्लभ विकार है, जिसमें XY गुणसूत्र वाले व्यक्ति में पुरुष जननांग पूरी तरह से विकसित नहीं होते। इस स्थिति के कारण व्यक्ति का बाहरी लिंग भले ही स्त्री जैसा दिखे, लेकिन आंतरिक संरचना में अंतर हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह विकार ऐसे मामलों में जेंडर पहचान और प्रतिस्पर्धात्मक खेलों में जटिलता पैदा कर सकता है।

खेल और जेंडर पहचान पर बहस

खेल की दुनिया में जेंडर पहचान और जैविक लक्षणों को लेकर हमेशा से बहस होती आई है। खेलों में प्रतिस्पर्धा के लिए एथलीट्स के जैविक लक्षणों के आधार पर वर्गीकरण का मुद्दा एक संवेदनशील विषय है। ईमान खलीफ के मामले में यह बहस और भी गहरी हो गई है, खासकर महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने को लेकर।

विशेषज्ञों और खेल संस्थाओं की प्रतिक्रिया

इस मामले में खेल विशेषज्ञ और स्वास्थ्य संस्थान एक साथ आए हैं और इस तरह के मामलों में स्पष्ट दिशा-निर्देश की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं। खेल जगत में जेंडर पहचान के विवादों को दूर करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेल संस्थाएं इस मुद्दे पर नए नियम और दिशा-निर्देश बनाने पर विचार कर रही हैं।

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