महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के नेता और विधायक असलम शेख का शिक्षा से जुड़ा एक बड़ा घोटाला सामने आया है। 2009 में अपने चुनावी हलफनामे में खुद को 12वीं पास बताने वाले असलम शेख ने अब 2024 के चुनावी दस्तावेज में खुद को केवल 8वीं पास दिखाया है। उनके इस बयान ने विवाद को जन्म दे दिया है, जिस पर विपक्षी दल भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष तिजिन्दर तीवाना ने कांग्रेस विधायक असलम शेख पर कसा तंज
असलम शेख के इस मामले पर भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष तिजिन्दर तीवाना ने सवाल उठाते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने अपनी शैक्षिक योग्यता को लेकर फर्जीवाड़ा किया है, वह विधायक निधि और अन्य सरकारी योजनाओं के साथ क्या व्यवहार करता होगा, इसे लेकर सोचने की जरूरत है। तिजिन्दर तीवाना का कहना है कि जो व्यक्ति शिक्षा के स्तर में 12वीं पास से 8वीं पास पर आ गया हो, वह मलाड जैसे क्षेत्र के विकास को कितना पीछे ले गया होगा। भाजपा के अनुसार, असलम शेख ने चुनाव आयोग को गुमराह करते हुए अपने हलफनामे में असत्यापित जानकारी दी है।
झारखंड में हेमंत सोरेन का आयु घोटाला
महाराष्ट्र के इस शिक्षा घोटाले के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भी आयु घोटाला चर्चा में है। चुनावी हलफनामे में हेमंत सोरेन ने अपनी उम्र 49 वर्ष बताई है, जबकि 2019 के हलफनामे में उन्होंने अपनी उम्र 42 साल बताई थी। इसका अर्थ यह है कि बीते पांच सालों में उनकी उम्र सात साल बढ़ गई है, जिससे यह मामला सवालों के घेरे में आ गया है। झारखंड में विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर हंगामा मचाया हुआ है और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। हेमंत सोरेन के घोटालों की चर्चा इससे पहले भी हो चुकी है। झारखंड में उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान उनके ऊपर विभिन्न भ्रष्टाचार के आरोप लगे और जेल भी गए थे।
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