विश्व

दिवाली पर दीयों के ताप से पिघले Trudeau या हिन्दुओं को झांसा देने की चली नई चाल!

Published by
WEB DESK

खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर निराधार आरोप लगाने, भारत सरकार को नाराज करने, भारतीय उच्चायुक्त के लिए खालिस्तानियों को षड्यंत्र रचने की खुली छूट देने वाले त्रूदो के मुंह से ऐसी बात सुनकर ​वहां बसे हिन्दू भी हैरान हैं। उन्हें य​कीन नहीं आ रहा कि खालिस्तानी तत्वों की कठपुतली बन चुके त्रूदो हिन्दुओं के लिए इस प्रकार का आश्वासन देंगे, और अगर वे दे रहे हैं तो उस पर वे कितने खरे उतरेंगे।


अमेरिका, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और अनेक अन्य देशों की तरह ही कनाडा में बड़ी संख्या में बसे भारतवंशियों ने हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार दिवाली बहुत धूमधाम से मनाया। भारत से इन दिनों ‘छिपी ताकतों’ के इशारे पर सरकार के स्तर पर नफरत पाले बैठे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो ने इस मौके पर अपने विशेष में हिन्दुओं को रिझाने की कोशिश की और कहा कि वे अपने देश में यह सुनिश्चित करेंगे कि हिन्दुओं पर कोई आंच न आए।

खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर निराधार आरोप लगाने, भारत सरकार को नाराज करने, भारतीय उच्चायुक्त के लिए खालिस्तानियों को षड्यंत्र रचने की खुली छूट देने वाले त्रूदो के मुंह से ऐसी बात सुनकर ​वहां बसे हिन्दू भी हैरान हैं। उन्हें य​कीन नहीं आ रहा कि खालिस्तानी तत्वों की कठपुतली बन चुके त्रूदो हिन्दुओं के लिए इस प्रकार का आश्वासन देंगे, और अगर वे दे रहे हैं तो उस पर वे कितने खरे उतरेंगे।

जस्टिन त्रूदो ने अपने दिवाली बधाई संदेश में कहा कि ‘आज दिवाली के अवसर पर कनाडा में बसे हिंदू, सिख, बौद्ध तथा जैन समुदाय उत्सव के जश्न में सराबोर हैं। वे मोमबत्तियों और दीयों को जलाकर व पटाखे छोड़कर अंधकार पर प्रकाश की जीत का उत्सव मना रहे हैं। ऐसे विशिष्ट अवसर पर मेरी तरफ से सभी को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं।’

दिवाली का दीया जलाते प्रधानमंत्री त्रूदो (File Photo)

कनाडा के प्रधानमंत्री त्रूदो ने आगे कहा कि ‘मेरी सरकार कनाडा में बसे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, इसके लिए हम कमर कसे हुए हैं।’ त्रूदो जानते हैं कि निज्जर मामले में भारत पर उंगली उठाने से उनकी दुनिया भर में भर्त्सना हो रही है। लेकिन उन पर सत्ता में साथ दे रहे खालिस्तान समर्थकों का ऐसा दबाव है कि यह जानते हुए भी कि आरोप झूठे हैं, वे उस झूठ को ही दोहराने का विवश हैं।

इसलिए हिन्दू त्योहार पर उनका उक्त बयान संदेह के साथ ही कूटनीति की एक असफल कोशिश के नाते देखा जा रहा है। त्रूदो भी जानते हैं कि आज भारत के साथ कनाडा के संबंध अब तक के सबसे खराब वक्त से गुजर रहे हैं। कनाडा में जैसे खालिस्तानी तत्वों ने अपना गढ़ बनाया हुआ है और भारत की बार बार दी गई इस संबंध में चेतावनी को त्रूदो सरकार ने नजरअंदाज ही किया है। खालिस्तानी तत्व हिन्दुओं और भारतभक्तों के प्रति भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते रहे हैं, लेकिन वहां की सरकार ने उन पर कोई कार्रवाई कभी नहीं की है।

उस देश में हिंदुओं के सामने अनेक परेशानियों आती रही हैं, उनकी सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा हुआ है। इसका खुलासा करने वाली एक रिपोर्ट भी सार्वज​निक हुई थी, लेकिन तब भी त्रूदो सरकार ने उससे नजर फेर ली थी। इसलिए त्रूदो हिन्दुओं की सुरक्षा की गारंटी देने की बात करते हुए गंभीर नहीं मालूम दिए थे।

त्रूदो का दिवाली बधाई संदेश कनाडा में प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी किया गया है। संदेश कहता है कि ‘कनाडा के साथ ही दुनियाभर में लाखों लोग दिवाली मना रहे हैं, हम भी उनके जश्न में शामिल हैं। बुराई पर अच्छाई की, अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है दिवाली। इस अवसर पर सब मंदिरों में प्रार्थना करते हैं, एक दूसरे को उपहार देते हैं, पूरे देश होने वाले उत्सवों में भाग लेते हैं। मोमबत्तियों और दीयों से घरों को जगमगाते हैं।’

सवाल है कि ऐसा संदेश देने वाले त्रूदो कब तक तथ्यों से मुंह फेरे रहकर खालिस्तानियों की बैसाखियों पर सरकार को टिकाए रखेंगे? कनाडा में बहुत वक्त से बसे भारतवंशियों ने उस देश के प्रगति में सबसे अधिक योगदान दिया है। वहां आज भारतवंशियों के बड़े बड़े उद्योग, प्रतिष्ठान चल रहे हैं। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वहां भी भारतवंशियों ने झंडे गाढ़े हुए हैं। लेकिन इस विशाल समुदाय को त्रूदो के ‘खालिस्तान प्रेम’ से बहुत ठेस लगी है और वे चाहते हैं कि प्रधानमंत्री त्रूदो भारत विरोधी तत्वों के विरुद्ध सख्त कदम उठाएं और भारत से संबंधों को सामान्य बनाएं, नहीं तो इसका कनाडा को ही नुकसान भुगतना पड़ेगा।

Share
Leave a Comment

Recent News