बहुत ही चिंतानजक रिपोर्ट सामने आई है। रिसर्च में सामने आया है कि जल्द ही भारत एक मुस्लिम प्रधान देश बन सकता है। ऐसा 2050 तक होने जा रहा है। एक नए अध्ययन में सामने आया है कि अगर इसी तरह से मुस्लिम आबादी बढ़ती रही तो भारत मुस्लिम आबादी के मामले में इंडोनेशिया को पीछे छोड़ देगा।
प्यू रिसर्च सेंटर के द्वारा “द फ्यूचर ऑफ वर्ल्ड रीजन्स’ नाम से की गई रिसर्च में सामने आया है कि भारत में मुस्लिमों की आबादी तेजी से बढ़ेगी। जबकि, इसके उलट पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे मुस्लिम देशों में रहने वाले हिन्दुओं की जनसंख्या में और अधिक गिरावट आएगी। हिन्दुओं के इस्लामिक कन्वर्जन, पलायन और गिरते प्रजनन दर हिन्दुओं की जनसंख्या में गिरावट का सबसे बड़ा कारण बनेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2010 में पाकिस्तान में हिन्दुओं की संख्या 1.6% थी, जो 2050 तक और अधिक गिरकर मात्र 1.3 प्रतिशत रह जाएगी। ऐसा ही कुछ हाल बांग्लादेश में भी होने वाला है, जहां पर 2010 में करीब 8.5 फीसदी रहे हिन्दू 2050 तक और अधिक घटकर केवल 7.2 फीसदी पर आ सकते हैं। जबकि, अफगानिस्तान में हालात और भी अधिक बिगड़ने वाले हैं। शोध के अनुसार 2010 में इस्लामिक देश में 0.4 फीसदी हिन्दू थे, ये जल्द ही गिरकर 0.3 फीसदी होने वाले हैं।
हिन्दू धर्म भी तीसरा सबसे बड़ा धर्म बनेगा
हालांकि, शोध में ये भी दावा किया गया है कि वर्ष 2050 तक ईसाई और इस्लाम के बाद हिन्दू धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा। दुनियाभर में हिन्दुओं की आबादी 34 फीसदी की उछाल के साथ 1 बिलियन से बढ़कर 1.4 बिलियिन हो सकती है। इस तरह से 31.4 प्रतिशत ईसाई और 29.7 प्रतिशत इस्लामवादियों के बाद 14.9 फीसदी हिन्दुओं की कुल संख्या हो सकती है। लेकिन चिंता की बात ये है कि हिन्दू बहुल देश कहे जाने वाले भारत में इस्लाम को मानने वालों की संख्या दुनिया में सबसे अधिक होगी।
गौरतलब है कि भारत का संविधान सभी को अपने मजहब का प्रचार और प्रसार करने की पूरी आजादी देता है और इसी का नतीजा ये हो रहा है कि देश में मुस्लिम अब अल्पसंख्यक से बहुसंख्यक हो गए हैं।
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