दक्षिण पूर्वी दिल्ली के जामिया नगर स्थित बटला हाउस इलाके में पुलिस की एक गश्ती के दौरान हुई हिंसा का मामला सामने आया है, जिसमें एक तेज आवाज वाली बुलेट रोकने पर बाइक सवार पिता-पुत्र ने पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया। घटना मंगलवार रात करीब 8:45 बजे की है, जब जामिया नगर थाने के एसएचओ नरपाल सिंह गश्ती दल के साथ बाटला हाउस क्षेत्र में थे।
गश्त के दौरान एसएचओ की नजर एक बुलेट बाइक पर पड़ी, जो अवैध साइलेंसर के कारण अत्यधिक शोर कर रही थी। बुलेट बाइक को रोकने पर पाया गया कि उसमें लगा साइलेंसर तय मानकों से अधिक आवाज कर रहा था, जो मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन है। इसके बाद एसएचओ ने बाइक के चालक आसिफ (24) के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
पुलिस के अनुसार, आसिफ ने अपनी बाइक रोकने पर अपने पिता रियाजुद्दीन को मौके पर बुलाया। वहां पहुंचते ही रियाजुद्दीन और आसिफ ने एसएचओ नरपाल सिंह से बाइक छोड़ने का दबाव बनाया। दोनों ने धमकी दी कि यदि उनकी बात नहीं मानी गई तो स्थिति “अच्छी नहीं होगी।” जब एसएचओ ने कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय कायम रखा, तो पिता-पुत्र ने हिंसक रुख अपनाते हुए उन पर हमला कर दिया। आसिफ के पिता ने एसएचओ को पकड़ लिया, और आसिफ ने उनके चेहरे पर मुक्का मारा, जिससे एसएचओ को आंख के पास गंभीर चोट लगी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
इस हमले के तुरंत बाद जामिया नगर पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। मामले में आरोपियों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के उल्लंघन और पुलिस अधिकारी पर हमले के लिए संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, जामिया नगर में बुलेट बाइक पर अवैध साइलेंसर लगाने का मामला लगातार बढ़ रहा है, जिससे इलाके में शांति भंग हो रही है।
बुलेट और अन्य बाइकों में अवैध साइलेंसर लगाना आम हो गया है, जो न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि इससे ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ता है। मोटर वाहन अधिनियम के तहत ऐसे वाहनों पर कार्रवाई का प्रावधान है, जिससे समाज में शांति और कानून व्यवस्था बनी रहे।
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