देहरादून: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी ने महिला प्रत्याशी के ऊपर एक बार फिर से विश्वास जाहिर करते हुए पूर्व विधायक रहीं, आशा नौटियाल को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। श्रीमती नौटियाल भारतीय जनता महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी है।
और वे 2002 और 2007 में यहीं से विधायक भी रह चुकी है इससे पूर्व वे निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष भी चुनी जा चुकी हैं। 2012 और 2017 का चुनाव वे हार गई थी, जिसके बाद पार्टी ने 2022 में शिला रानी रावत को टिकट दिया और वो बीजेपी की विधायक बनी, उनके आकस्मिक निधन के बाद ये सीट खाली हुई और उपचुनाव में भाजपा ने एक बार फिर उनपर अपना विश्वास रखा है।
कांग्रेस ने भी यहां से पूर्व विधायक रहे मनोज रावत को एक बार फिर टिकट दिया है, वे हरीश रावत के बेहद करीबी माने जाते है। बीच में राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि यहां से पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत, गणेश गोदियाल चुनाव लड़ सकते हैं, किंतु कांग्रेस ने एक बार फिर मनोज रावत को ही टिकट दिया है। अब यहां चुनाव मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होना तय है।
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आज दोनों प्रत्याशी अपना अपना नामांकन कराएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य महेंद्र भट्ट, राज्य के प्रभारी दुष्यंत गौतम और अन्य मंत्री गण रुद्रप्रयाग पहुंच कर केदारनाथ विधानसभा निर्वाचन कार्यालय में आशा नौटियाल का नामांकन दाखिल करने पहुंचेंगे।
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कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज रावत के साथ प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा, हरीश रावत,हरक सिंह रावत, गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य नामांकन के लिए पहुंच रहे हैं। बीजेपी के लिए ये सीट प्रतिष्ठा की बनी हुई है ,बद्रीनाथ उपचुनाव के हारने के बाद इस सीट को जीतने में पार्टी पूरा जोर लगाए हुए हैं, जबकि कांग्रेस इस सीट पर अपना दावा एक बार से कर रही है।
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