जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार को दीपावली को लेकर आयोजित कार्यक्रम में बवाल हुआ था। कट्टरपंथी मुस्लिमों ने फिलिस्तीन जिंदाबाद और अल्लाह हु अकबर के नारे लगाए। इस मामले में विश्वविद्यालय प्रसाशन का बयान भी सामने आया है। सूत्रों के अनुसार कट्टरपंथी मुस्लिमों के हंगामा करने की एक बड़ी वजह और सामने आ रही है। उन्हें एक बात नागवार गुजरी और उन्होंने हंगामा किया। बताया जा रहा है कि इस हंगामे में विश्वविद्यालय के कुछ मुस्लिम छात्र भी शामिल थे।
दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के परिसर में मंगलवार को दीपावली उत्सव का आयोजन होना था। ‘ज्योर्तिमय 2024’ कार्यक्रम आयोजिन किया गया था। हजारों दीपक जलाने की योजना थी, लेकिन हंगामा हो गया। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि इस कार्यक्रम में कुछ मुस्लिम छात्र भी सहयोग कर रहे थे। वहीं मुस्लिम छात्राएं हिजाब और बुर्के में थीं और उन्होंने रंगोली बनाने में मदद की। मुस्लिम छात्राओं का रंगोली बनाना कट्टरपंथियों को नागवार गुजरा और उन्होंने बवाल कर दिया। इस बवाल में हिंदू छात्राओं को चोट भी आई।
जामिया मिलिया इस्लामिया की ओर से इस संबंध में बयान भी जारी किया है। प्रशासन की तरफ से कहा गया कि दिवाली समारोह के दौरान मंगलवार रात को जो झड़प हुई वह एक प्रायोजित घटना लगती है, जिसमें बाहरी तत्व शामिल थे। इनका मकसद विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ना था। विद्यार्थियों को दिवाली मनाने की सशर्त अनुमति दी गई थी, और शाम 7:30 बजे तक उत्सव शांतिपूर्ण रहा, जब तक अज्ञात नारे नहीं लगाने शुरू नहीं कर दिए गए। जामिया प्रशासन ने इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है।
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