नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्र सरकार देश के प्रथम गृहमंत्री एवं उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के महान योगदान के सम्मान स्वरूप उनकी 150वीं जयंती को 2024 से 2026 तक राष्ट्रव्यापी समारोह के रूप में मनाएगी।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट कर इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे मजबूत लोकतंत्रों में से एक भारत के लोकतंत्र की स्थापना के पीछे एक दृष्टा (विजनरी) के रूप में सरदार पटेल की स्थायी विरासत और कश्मीर से लक्षद्वीप तक भारत के एकीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका अमिट है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार सरदार पटेल के महान योगदान के सम्मान स्वरूप उनकी 150वीं जयंती को 2024 से 2026 तक राष्ट्रव्यापी समारोह के रूप में मनाएगी। यह समारोह सरदार पटेल की उल्लेखनीय उपलब्धियों और एकता की भावना के प्रतीक का साक्षी होगा।
राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने की शुरुआत की
उल्लेखनीय है कि सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था। भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल के सम्मान में मोदी सरकार ने कई कार्य किए। गुजरात के केवड़िया में भव्य प्रतिमा (182 मीटर ऊंची) लगाई। मोदी सरकार 2014 से 31 अक्टूबर को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाती आ रही है। सरदार पटेल को 550 से अधिक रियासतों को भारत संघ में विलय करने का श्रेय दिया जाता है।
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