अपने प्रदर्शन को लेकर आलोचना झेल रहीं भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी जेमिमा रोड्रिग्स अब अपने पापा के कारण एक नए विवाद में फंस गई हैं। उन्हें मुंबई के प्रतिष्ठित खार जिमखाना क्लब से निकाल दिया गया है। हालांकि क्लब ने ही उन्हें मानद सदस्यता प्रदान की थी। मगर इतने प्रतिष्ठित क्लब में उनके पापा ने ईसाई मतांतरण की गतिविधियां शुरू कर दी थीं। जेमिमा के पापा इवान रोड्रिग्स पर यह आरोप क्लब के अधिकारियों ने लगाया कि वे क्लब परिसर में अवैध धर्मांतरण की गतिविधियों को संचालित कर रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार खार जिमखाना क्लब के अध्यक्ष विवेक देवनानी ने उन्हें बताया कि जेमिमा रोड्रिग्स को दी गई मानद तीन साल की सदस्यता 20 अक्टूबर, 2024 को आयोजित आम बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा पारित प्रस्ताव के अनुसार रद्द कर दी गई। खार जिमखाना क्लब की प्रबंधन समिति के सदस्य शिव मल्होत्रा ने इसका कारण बताते हुए कहा कि उन्हें ऐसा पता चला था कि जेमिमा के पापा ईसाई मत का प्रचार करने वाले एक संगठन से जुड़े हैं और उसकी गतिविधियों को यहां क्लब में गैरकानूनी रूप से संचालित कर रहे हैं। हमें पता चला कि जेमिमा के पिता ब्रदर मैनुअल मिनिस्ट्रीज नामक एक संगठन से जुड़े हुए थे। उन्होंने लगभग डेढ़ साल के लिए राष्ट्रपति भवन बुक किया और 35 कार्यक्रम आयोजित किए। हम सभी जानते हैं कि वहां क्या हो रहा था।
उन्होंने कहा कि हालांकि वे लोग धर्मांतरण की खबरें सुनते रहते थे, मगर यह सब उनकी नाक के नीचे ही हो रहा था, यह उन्हें पता नहीं चला था। जिमखाना क्लब के नियमों के अनुसार यहां पर कोई भी धार्मिक गतिविधि नहीं हो सकती है। खार जिमखाना के पूर्व अध्यक्ष नितिन गाड़ेकर ने कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम की सूचना एक कर्मचारी ने दी थी और जब कुछ लोग वहां पर देखने गए तो देखा कि अंधेरा है और संगीत बज रहा था और एक महिला कह रही थी कि वह तुम्हें बचाने आ रहा है। जब उन्होंने यह देखा तो वह हैरान रह गए और इसका विरोध किया और फिर यह निर्णय लिया गया। जेमिमा रोड्रिग्स के खेल की भी बात की जाए तो उनका हालिया प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। हाल ही में महिला टी20 विश्व कप में भारतीय महिला टीम सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच पाई थी और वे खुद चार पारियों में एक भी पारी मे 30 का भी स्कोर नहीं कर पाई थीं।
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