इन दिनों ईरान में मुस्लिम समाज की लड़कियां जहां एक ओर अनिवार्य हिजाब का विरोध कर रही हैं और अपनी जान तक पर खेल रही हैं। अफगानिस्तान में मुस्लिम महिलाओं को हिजाब और बुर्के में कैद कर ही दिया गया है। वहीं, भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में मुस्लिम कट्टरपंथी ऐसा माहौल तैयार करने में लगे हुए हैं, जिसमें हिजाब पहनना ही औरतों के लिए असली इज्जत है। ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें आदमी केवल उन्हीं औरतों को गंदी निगाह से नहीं देखते हैं जिनके शरीर पर बुर्का या हिजाब होता है। ये वीडियो दिल्ली में ही फिल्माए गए लगते हैं।
सोशल मीडिया पर इन वीडियो के लाखों दर्शक हैं। एक वीडियो में एक बच्ची अपने अब्बा से कहती है कि वह हिजाब नहीं पहनना चाहती है, तो उसे शक्कर के उदाहरण से समझाता है कि जो शक्कर खुले में है उसमें चींटियां लग गईं हैं और जो शक्कर ढकी हुई है, उसमें चींटियां नहीं लगी हैं। इस उदाहरण से वह बताता है कि हिजाब जरूरी है।
Why hijab is irrelevant pic.twitter.com/KrOxwFGByx
— Kungfu Pande 🇮🇳 (Parody) (@pb3060) October 1, 2024
हालांकि इस वीडियो को जिस हैंडल ने एक्स पर पोस्ट किया है, उसने बाद में इस एजेंडा वीडियो की पोल खोलते हुए यह बताया है कि हिजाब जरूरी नहीं है क्योंकि बुर्के मे भी लड़कियों का शोषण होता है।
एक वीडियो जो बहुत अधिक वायरल है। उसमें एक लड़की जब बुर्के में होती है, तो उसके सामने लड़के सिर झुकाते हुए खड़े रहते हैं। मगर जब एक ही मिनट बाद दूसरी लड़की आती है जिसका चेहरा तो मास्क से ढका होता है, मगर वह सुंदर कपड़े पहने होती है। तो वही आदमी उसे गलत निगाह से देखते हैं। उसी समय एक आदमी आता है, जो उसे बुर्के का पैकेट थमाता है और जब वह लड़की वह बुर्का पहनकर आती है तो दोनों ही आदमी सिर झुका लेते हैं।
ऐसे एक नहीं सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हैं। एक वीडियो में एक लड़की लंबा कुर्ता और जींस पहने होती है। उसका फोन या कुछ सामान नीचे गिर जाता है और वही आदमी जो पहले वाले वीडियो में बुर्का लाकर देता है, वह फोन या सामान उठाकर देने के स्थान पर बुर्का का थैला दे देता है।
इन सभी वीडियो की लोकेशन कनॉट प्लेस या फिर ऐसी ही कोई जगह प्रतीत होती है। स्थान की पुष्टि नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर एक हैंडल ने ऐसे तमाम वीडियो को अपने हैंडल पर अपलोड किया है।
Regressive, misogynistic Islamic content on Social Media is a direct threat to Hindu women! #lovejihad #islamophobia
❗️⚠️❗️
A Thread 1/7 pic.twitter.com/jVeS6t39g5
— Princess Woke Liberal 🏳️🌈 (@pwokeliberal) October 20, 2024
इसमें केरल फाइल्स मूवी के उस दृश्य का भी उल्लेख है, जिसमें नायिका की मुस्लिम सहेलियों के साथ छेड़छाड़ नहीं होती है, मगर जिन सहेलियों ने हिजाब नहीं पहना होता है, उनके साथ लड़के छेड़छाड़ करते हैं। इसके जरिये बताया जा रहा है कि मुस्लिम आदमी केवल उन्हीं लड़कियों की इज्जत करेंगे जो हिजाब पहनती हैं। एक वीडियो तो और भी हैरान करने वाला है, जिसमें एक हिन्दू लड़की की भूमिका निभा रही एक लड़की एक मुस्लिम लड़की की प्रशंसा तभी करती है जब वह बुर्का पहनकर सामने आती है।
एक वीडियो और वायरल है, जिसमें बुर्के में एक लड़की गोलगप्पे खाने जा रही होती है, मगर जैसे ही वह अपना नकाब उठती है, वैसे ही उसके साथ आदमी उसे घूरता है और फिर वह पीछे मुंह करके गोलगप्पा खाती है। हिजाब, नकाब और बुर्के को महान बताते हुए ऐसी कई रील वायरल हैं। कई ऐसे भी वीडियो वायरल हैं, जिनमें यह दावा किया जा रहा है कि हिंदू लड़कियों या महिलाओं ने हिजाब पहना तो उनके चेहरे पर असली चमक आई।
जब हिजाब और नकाब की यह बात हो रही है, तो यह भी समझना महत्वपूर्ण है कि हिजाब और बुर्के के समर्थन में कथित प्रगतिशील पोर्टल और कथित प्रगतिशील लेखक और पत्रकार भी आते हैं, जो लिबास की आजादी के नाम पर हिजाब और बुर्के का समर्थन करते हैं। कर्नाटक में चला आंदोलन सभी को याद होगा, जिसमें बुर्के के लिए कथित लड़ाई लड़ रही लड़कियों के पक्ष में यह पूरी लॉबी आ गई थी और इसे एक तरह से मुस्लिमों के प्रति अत्याचार घोषित कर दिया था।
इतना ही नहीं हिजाब दिवस के नाम पर तमाम विमर्श कथित फेमिनिस्ट पोर्टल चलाते हैं। हिजाब को चॉइस कहा जाता है, मगर यह चॉइस नहीं है बल्कि एक मजहबी मजबूरी है जिसे लड़कियों पर थोपा जाता है। लड़कियों को बाध्य किया जाता है कि उन्हीं लड़कियों की इज्जत है जो पर्दा करती हैं। पर्दानशीं ही शरीफ औरतें हैं, ऐसा तरह-तरह के माध्यमों से उनके दिमाग में डाला जाता है और फिर इस कंडीशनिग को चॉइस का नाम दिया जाता है।
ये तमाम वीडियो गैर-मजहबी उन लड़कियों के लिए एक चेतावनी हैं, जो हिजाब नहीं पहनती हैं, जो पर्दा नहीं करती हैं। पर्दा न करने वाली तमाम लड़कियां उपलब्ध माल हैं, जिन्हें कोई भी हवस की निगाह से देख सकता है, ऐसा इन तमाम वीडियो में दिखाया जा रहा है और यह बहुत खतरनाक है।
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