मथुरा । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख दीपक बिस्पुते जी ने रविवार को मथुरा के फरह स्थित दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र पर स्वयंसेवकों को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने समाज में परिवर्तन लाने के लिए ‘पंच परिवर्तन’ का संदेश दिया और संघ के योगदान पर प्रकाश डाला।
दीपक बिस्पुते ने कहा कि डॉ. हेडगेवार जी द्वारा शुरू की गई यह संघ रूपी छोटी सी बूंद आज एक विराट स्वरूप में स्थापित हो चुकी है। उन्होंने कहा कि संघ निरंतर समाज में बदलाव लाने के लिए काम कर रहा है और आज हमें अपने जीवन में पांच महत्वपूर्ण विषयों को अपनाना चाहिए जिन्हें ‘पंच परिवर्तन’ कहा जा सकता है।
पंच परिवर्तन का संदेश:
दीपक बिस्पुते जी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि संघ का कार्य समाज को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करना है। उन्होंने स्वदेशी, स्वधर्म और स्वराज की महत्ता पर प्रकाश डाला, जो स्वाधीनता संग्राम के तीन प्रमुख स्तंभ थे।
शाखा टोली एकत्रीकरण कार्यक्रम
इस अवसर पर मथुरा विभाग के लगभग तीन हजार स्वयंसेवकों ने शाखा टोली एकत्रीकरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। घोष की धुन पर स्वयंसेवकों ने व्यायाम योग और तिष्ठ योग का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग संघचालक डॉ. वीरेंद्र मिश्रा ने की।
कार्यक्रम में मुख्य शिक्षक अरुण दीक्षित (जिला कार्यवाह वृंदावन) के साथ प्रांत कार्यवाह राजकुमार, प्रांत प्रचारक धर्मेंद्र, सह प्रांत प्रचार प्रमुख कीर्ति कुमार, और विभाग प्रचारक अरुण पांचजन्य सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
संघ का योगदान
दीपक बिस्पुते ने संघ के समाज में लाए जा रहे बदलावों और उसकी निरंतरता की सराहना की। उन्होंने कहा कि संघ का कार्य मात्र संगठन के स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के सभी क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए समर्पित है।
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