इन दिनों भारत के साथ संबंधों को लेकर कनाडा चर्चा में है और कनाडा में उसके ही प्रधानमंत्री ट्रूडो को भारत के प्रति की जा रही राजनीतिक भूल के लिए घेरा जा रहा है। वहां के नेताओं में भी प्रधानमंत्री ट्रूडो के प्रति अविश्वास उत्पन्न हो रहा है। वहां रह रहे हिंदुओं के प्रति भी प्रधानमंत्री ट्रूडो की गलत राजनीति के चलते चिंता देखी जा रही है।
एक और रिपोर्ट है, जिसके कारण कनाडा चर्चा में है। यह कनाडा में बढ़ते धार्मिक भेदभाव को बताती है। यह कनाडा की उस छवि को तोड़ती है जो यह कहती है कि कनाडा में धार्मिक स्वतंत्रता है।
इजरायल के Diaspora Affairs and Combating Antisemitism मंत्रालय ने कनाडा में यहूदियों के खिलाफ हो रहे हमलों और बढ़ रही हिंसक घटनाओं पर सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में उन इंफ्लुएंसर्स के नाम और सोशल मीडिया पोस्ट दिए गए हैं, जिन्होंने अक्टूबर 2023 के बाद भी यहूदियों के खिलाफ भेदभाव को बनाए रखा।
हाल ही के दिनों में देखा गया है कि कनाडा में यहूदियों के खिलाफ हमलों में वृद्धि हुई है। यह भी देखा गया है कि यूरोपीय देशों की तरह कनाडा में भी फिलिस्तीन समर्थकों की भीड़ बढ़ी है और जिसने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हुए हमले की भयावहता को कम करने का हरसंभव प्रयास किया है। इसके साथ ही वहां पर यहूदी समुदाय पर हमले भी बढ़े हैं।
इस रिपोर्ट में सबसे पहला नाम है ओन्टारियो की नेता सराह जामा का। उन्होंने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले के लिए इजरायल को ही दोषी ठहराया था। इस वजह से ओन्टारियो प्रांतीय संसद में उनकी निंदा की गई और उन्हें ओन्टारियो एनडीपी कॉकस से हटा दिया गया था। उन्होंने 23 नवंबर 2023 को ओटावा में हुई रैली में इजरायल के विनाश की बात की थी और नारा लगाया था “”From the River to the Sea, Palestine will be free.”
साराह ने यहां तक कहा था कि इजरायल में हमास के हमले में न तो किसी इजरायली महिला के साथ बलात्कार हुआ था और न ही बच्चों को जलाया गया था। साराह का दावा था कि इसका कोई तथ्यात्मक सबूत नहीं है।
साराह फिलिस्तीनी युवा आंदोलन (PYM) और Boycott, Divestment, and Sanctions (BDS) आंदोलन जैसे समूहों से जुड़ी रही हैं जो इजरायल का विरोध करने के लिए और इजरायली संस्थानों के बहिष्कार के लिए जाने जाते हैं।
इसके बाद दूसरा नाम इस रिपोर्ट में था लेथ मारूफ का, जो एक लेबनानी-कनाडाई है। वे कनाडा सरकार में सलाहकार रह चुके हैं, जिन्हें विरासत विभाग द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। मारूफ ने ऑनलाइन यहूदी विरोधी टिप्पणी की, यहूदियों को “मानव मल के थैले” के रूप में अपमानित किया और यहाँ तक कहा कि कहा कि वे “सिर पर गोली मारने” के लायक हैं।
लेथ मारूफ के विचार यहूदियों के लिए काफी पहले से ही ऐसे थे। और वर्ष 2021 के ही उसके ट्विटर पर पोस्ट्स ऐसे थे जिनमें वह यहूदियों के खिलाफ जहर उगल रहा है। मगर एक समुदाय के प्रति घृणा के बाद भी उसे सरकार से अनुबंध मिलते रहे थे। हां, जब वर्ष 2022 में मारुफ के विचार सोशल मीडिया पर सामने आने लगे तो कनाडा सरकार ने उसके साथ अनुबंध समाप्त कर लिया था।
रिपोर्ट में और विख्यात लोगों में शामिल थे ब्रैंडन टेलर मूर, जो एक कनाडाई-अमेरिकी रियल एस्टेट ब्रोकर हैं और यहूदी-विरोधी नैरेटिव को फैलाता है और साथ ही समीरा मोहिद्दीन, जो एक पत्रकार और पूर्व सीबीसी रेडियो होस्ट हैं, जो यहूदी-विरोधी कंटेन्ट को फैलाती हैं और विशेष रूप से इजरायल के कथित जीनोसाइड के इरादों के बारे में।
यह रिपोर्ट तमाम उन घटनाओं के बारे में बताती है जो यहूदियों के साथ हुईं, जिनमें टोरंटो में यहूदी स्कूल में 12 अक्टूबर 2024 को हुई गोलीबारी भी शामिल है। हालांकि इस घटना में किसी को कोई चोट नहीं आई थी क्योंकि उस दिन छुट्टी थी।
जुलाई में टोरंटो में लियो बेक ज्यूज डे स्कूल में आग लग गई थी। 30 जून को टोरंटो के नॉर्थ यॉर्क में सुबह-सुबह हुए हमलों में दो यहूदी सभास्थलों में तोड़फोड़ की गई थी। लगभग 03:00 बजे (स्थानीय समयानुसार), बाथर्स्ट स्ट्रीट और डेवलेन ड्राइव के पास प्राइड ऑफ इजरायल सभास्थल की सामने की खिड़कियों से पत्थर फेंके गए। तीस मिनट बाद, बेव्यू एवेन्यू और फ़िफ़शायर रोड के पास एक दूसरे सभास्थल की खिड़कियों को तोड़ दिया गया। संदिग्ध मोटरसाइकिल पर भाग गया था।
मई 2024 से लेकर अक्टूबर 2024 तक की कनाडा में यहूदी समुदाय के साथ हुई हिंसक घटनाओं को इस रिपोर्ट में प्रस्तुत किया गया है। टोरंटो में वर्ष 2023 में सभी घृणा अपराधों में यहूदियों के साथ हुए अपराधों में 19% अपराध हुए थे।
हालांकि प्रधानमंत्री ट्रूडो ने इन हिंसक घटनाओं की निंदा की थी, मगर यह भी सच है कि ट्रूडो के बयान और कामों में जमीन आसमान का अंतर इनदिनों दिख रहा है।
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