JNU शुरू करेगा शिवाजी की रणनीतिक सोच, युद्ध कला और कूटनीति पर शोध
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

JNU शुरू करेगा शिवाजी की रणनीतिक सोच, युद्ध कला और कूटनीति पर शोध

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने अगले शैक्षणिक वर्ष से शिवाजी महाराज पर एक महत्वपूर्ण शोध कार्य शुरू करने की योजना बनाई है।

by Mahak Singh
Oct 18, 2024, 01:52 pm IST
in भारत, शिक्षा
शिवाजी महाराज

शिवाजी महाराज

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने अगले शैक्षणिक वर्ष से शिवाजी महाराज पर एक महत्वपूर्ण शोध कार्य शुरू करने की योजना बनाई है। यह शोध, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज द्वारा संचालित किया जाएगा और इसे शैक्षणिक सत्र 2025-26 में शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इस परियोजना में स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के विशेषज्ञों के साथ-साथ अन्य विद्वानों की भी सहायता ली जाएगी।

इस शोध विचार तब आया जब सेंटर सैटरडे के प्रोफेसर ने देखा कि भारत की अंतरराष्ट्रीय संबंधों में भूमिका पर अपेक्षित शोध की कमी है। आमतौर पर, छात्र शिवाजी महाराज की रणनीतिक सोच, युद्ध कला और कूटनीति पर कम ध्यान देते हैं। इसके विपरीत, अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र में विदेशी रणनीतियों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाता है।

प्रोफेसर अमिताभ मट्टू, सेंटर ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के अध्यक्ष, ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति, जो पुणे से हैं, ने इस संबंध में कार्यों का अवलोकन किया है और इसलिए विश्वविद्यालय को पुणे से शिवाजी महाराज से संबंधित अभिलेखागार और दस्तावेज प्राप्त हुए हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने भी इस पहल को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरकार के सहयोग से, शोध कार्य को अधिक विस्तृत और प्रभावी बनाने का प्रयास किया जाएगा। मट्टू ने कहा, “हमारी योजना इस विषय पर विभिन्न पाठ्यक्रम शुरू करने की भी है ताकि छात्रों को इसे समझने और अध्ययन करने के अधिक अवसर मिल सकें।” हालांकि, पाठ्यक्रम शुरू करने की चुनौतियां भी हैं, जैसे कि वर्तमान में इस शोध के लिए स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में उपयुक्त स्थान की तलाश।

इस प्रस्ताव को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद और कार्यकारी परिषद द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है। प्रोफेसरों का मानना है कि इस शोध का उद्देश्य केवल राजनीतिक विचारधारा को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि छात्रों को भारत के इतिहास और संस्कृति के बारे में उतना ही ज्ञान प्रदान करना है, जितना वे अन्य देशों के बारे में रखते हैं।

Topics: JNU maharaj shivajimaharaj shivaji lifemaharaj shivaji controversyJNU Latest newsJNU delhiresearch proojects on maharaj shivaji
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

क्या होगा अगर अश्लील सामग्री आपके बच्चों तक पहुंचे..? : ULLU APP के प्रबंधन को NCW ने लगाई फटकार, पूछे तीखे सवाल

पंजाब पर पाकिस्तानी हमला सेना ने किया विफल, RSS ने भी संभाला मोर्चा

Love jihad Uttarakhand Udhamsingh nagar

मूर्तियां फेंकी.. कहा- इस्लाम कबूलो : जिसे समझा हिन्दू वह निकला मुस्लिम, 15 साल बाद समीर मीर ने दिखाया मजहबी रंग

Operation Sindoor : एक चुटकी सिंदूर की कीमत…

नागरिकों को ढाल बना रहा आतंकिस्तान : कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान को किया बेनकाब

पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाला युवक हजरत अली गिरफ्तार 

“पहाड़ों में पलायन नहीं, अब संभावना है” : रिवर्स पलायन से उत्तराखंड की मिलेगी नई उड़ान, सीएम धामी ने किए बड़े ऐलान

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

लखनऊ : बलरामपुर, श्रावस्ती, महराजगंज, बहराइच और लखीमपुर खीरी में अवैध मदरसों पर हुई कार्रवाई

पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी आदित्यनाथ

चंडीगढ़ को दहलाने की साजिश नाकाम : टाइम बम और RDX के साथ दो गिरफ्तार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies