वाराणसी (हि.स.)। भगवान कृष्ण से प्रभावित लिथुआनिया के नागरिक हेनरिक्स ने ईसाई मत छोड़कर सनातन धर्म स्वीकार कर लिया। गुरुवार को भगवान विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में हेनरिक्स विधिवत केशव बन गए। सिद्धगिरीबाग स्थित ब्रह्म निवास मठ में मंत्रोंच्चार के बीच हेनरिक्स ईसाई मत को छोड़कर सनातन धर्म अपनाया।
हेनरिक्स ने बताया कि लिथुआनिया में एक सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद उन्हें स्वप्न में भगवान श्री कृष्ण के दर्शन हुए और वे इससे प्रभावित होकर गीता पढ़ने लगे। भारतीय अध्यात्म से प्रभावित होकर सनातन धर्म से जुड़ने की इच्छा लेकर वाराणसी आ गए। काशी में हेनरिक्स ने सनातन धर्म में दीक्षा ली। घर वापसी अखिल भारतीय संत समिति के महामन्त्री स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती, श्रीकाशी विद्वत परिषद के महामन्त्री प्रो. राम नारायण द्विवेदी की देखरेख में ली। सनातन धर्म में वापसी के बाद हेनरिक्स का नाम केशव और उनका गोत्र कश्यप रखा गया। दीक्षा कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी भी मौजूद रहे।
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