नई दिल्ली । हैदराबाद पुलिस ने कुम्मारिगुडा के मुथ्यालम्मा मंदिर में हुई तोड़फोड़ के मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें इंफ्लूएंसर मुनव्वर ज़मा और दो अन्य शामिल हैं। इन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और नफरत फैलाने का आरोप है।
14 अक्टूबर को सलमान सलीम ठाकुर नामक व्यक्ति ने सिकंदराबाद के कुम्मारिगुडा में मुथ्यालम्मा मंदिर में प्रवेश कर एक स्थानीय देवी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया था। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया। स्थानीय निवासियों ने उसकी पिटाई कर उसे पुलिस को सौंप दिया। सलमान का इलाज अभी एक अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने बताया कि वह एक कार्यशाला में भाग लेने के लिए हैदराबाद आया था, जो होटल मेट्रोपोलिस में आयोजित की गई थी।
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पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के नाम पर फैलाई हिंसा
मुनव्वर जमा अंग्रेजी हाउस अकादमी का संस्थापक है। उसने एक महिने की पर्सनैलिटी डेवलपमेंट कार्यशाला का आयोजन किया था। पुलिस ने कहा कि इस कार्यशाला के दौरान नफरत भड़काने का काम हुआ। गोपालपुरम पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर एल सुरेश ने बताया कि जमा ने सलमान को मंदिर में मूर्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रेरित किया।
कानूनी कार्रवाई
जमा ने कार्यशाला आयोजित करने के लिए अनुमति नहीं ली थी। बशीर और रहमान ने इसमें जमा की मदद की थी। पुलिस ने बताया कि तीनों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। जिसमें धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर आहत करना), धारा 192 (दंगा भड़काने के लिए उकसाना), धारा 196 (समूहों के बीच नफरत फैलाना), धारा 223 (सरकारी आदेशों की अनदेखी करना जिससे परेशानी या खतरा हो) और बीएनएस की धारा 49 (अपराध के लिए भड़काना) शामिल हैं।
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पुलिस की जांच
पुलिस अब इस मामले में शामिल अन्य व्यक्तियों और ज़मा के पिछले रिकॉर्ड की जांच कर रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे कार्यशाला की रिकॉर्डिंग और प्रतिभागियों को वितरित सामग्री की भी जांच कर रहे हैं। कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से 151 लोगों ने भाग लिया था। सभी प्रतिभागियों को होटल के 49 कमरों में ठहराया गया था।
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