ईरान के जनरल अब्बास निलफोरोशन की हाल ही में हुई मौत ने एक बार फिर से मध्य पूर्व में तनाव को बढ़ा दिया है। पिछले महीने लेबनान की राजधानी बेरूत में इजरायली हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख सैयद हसन नसरल्लाह और ईरानी जनरल अब्बास निलफोरोशन की मौत हो गई थी। मंगलवार को ईरान में उन्हें दफनाया गया। जनाजे में हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान इरानी सेना का बैंड भी मौजूद था और लोगों ने इजरायल तथा अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी की।
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अब्बास निलफोरोशन को राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया। जनाजे में ईरानी सेना के शीर्ष कमांडर इस्माइल कानी भी शामिल हुए। कानी ने कहा कि अब्बास का खून बेकार नहीं जाएगा और इजरायल से बदला लिया जाएगा। इस समय जब ईरान में जनरल के लिए शोक मनाया जा रहा था, इजरायल ने लेबनान में नए सिरे से हमले शुरू कर दिए।
इजरायली हमले
इजरायल ने पिछले 24 घंटों में लेबनान में 200 से अधिक एयर स्ट्राइक की हैं, जिनमें कई रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया गया है। ये हमले बेरूत के बाहरी इलाके और बेका घाटी में किए गए हैं, जहां संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन से जुड़े सैनिक तैनात हैं। हिजबुल्लाह ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायली सेना पर हमला किया है।
गाजा पट्टी में स्थिति
गाजा पट्टी में भी इजरायली हमले जारी हैं। जहां हाल ही में छह बच्चों और दो महिलाओं समेत कम से कम 15 लोग मारे गए हैं। इजरायल ने जबालिया में एक सप्ताह से अधिक समय से हवाई और जमीनी हमले जारी रखे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई परिवार अब भी अपने घरों और शरणार्थी शिविरों में फंसे हुए हैं। फलस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार गाजा में इजरायली हमलों की चपेट में आकर अब तक 42 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे थे। युद्ध ने गाजा के बड़े हिस्से को बर्बाद कर दिया है और लगभग 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो चुकी है।
हमास आतंकियों ने एक साल पहले इजराइल में घुसपैठ कर हमला किया था। जिसमें कम से कम 1,200 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश आम नागरिक थे। इस हमले के दौरान लगभग 250 लोगों को अगवा किया गया था। जिसमें से 100 लोग अभी भी गाजा में बंदी हैं।
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