झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की मजबूत होती दावेदारी
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत झारखण्‍ड

झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की मजबूत होती दावेदारी

by अभय कुमार
Oct 14, 2024, 06:56 pm IST
in झारखण्‍ड
झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की पकड़ मजबूत।

झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की पकड़ मजबूत।

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

झारखण्ड की राजनीती विगत कुछ समय में दो बड़े राजनितिक घटनाक्रम की गवाह बनी हैं जिसका सिद्ध असर हाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर पड़ता दिख रहा हैं। पहला झारखण्ड राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का फिर से पुराने पार्टी भाजपा में वापसी और दूसरा झामुमो पार्टी में शिबू सोरेन के बाद दूसरे सबसे बड़े नेता वो पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन का भाजपा में   शामिल होना। पूर्व में भाजपा के अनेको वरिष्ठ नेता भाजपा से अलग हुए थे मगर समय काल में घर वापसी भी किये।इन नेताओं में  उमा भारती, बी  एस येदुरप्पा, कल्याण सिंह, केशुभाई पटेल सहित कई ऐसे नेता हैं जिन्होंने पार्टी को छोड़ा ंगे फिर वापसी की। बाबूलाल मरांडी इस कड़ी में अंतिम नाम हैं। मरांडी लंबे समय तक पार्टी से अलग रहे और अब झारखण्ड में पार्टी को मजबूती प्रदान कर रहे हैं।

मरांडी के वापसी से पार्टी को जहाँ पुराना जनसमर्थन प्राप्त हुया हैं वही चम्पई सोरेन के भाजपा में  शामिल होने के कारण भाजपा को झामुमो के जनसमर्थन में सेंधमारी करने का मौका मिल रहा है।  चंपई सोरेन झारखंड की राजनीति के दिग्गजों में से एक हैं। वह वस्तुतः झारखंड मुक्ति मोर्चा के संरक्षक और संस्थापक शिबू सोरेन के बाद दूसरे सबसे वरिष्ठ नेता हैं। उन्हें बहुत पहले ही झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में नामित किया गया था, लेकिन झामुमो की पारिवारिक  राजनीति के कारण उन्हें दरकिनार कर दिया गया और चंपई सोरेन की कीमत पर हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री  पद पर बैठाया गया।

ये भी पढ़े- झारखंड में ईडी की बड़ी कार्रवाई, 20 जगहों पर मारा छापा, मंत्री, आला अफसरों, इंजीनियरों से संबंधित ठिकानों पर दबिश

भौगोलिक दृष्टि से झारखंड को पांच प्रमंडलों में बांटा गया है। कोल्हान  क्षेत्र में दो लोकसभा और  14 विधानसभा की सीटें हैं।  चंपई सोरेन कोल्हान क्षेत्र में झामुमो का चेहरा थे। उनकी लोकप्रियता और जनता से जुड़ाव के कारण उन्हें ‘कोल्हान टाइगर’ भी कहा जाता है।  उन्होंने कोल्हान  के औद्योगिक क्षेत्र में हजारो  लोगों को नौकरी दिलाने में मदद की। सोरेन परिवार और उनकी पार्टी झामुमो का कोल्हान क्षेत्र में सीमित आधार है। चम्पई सोरेन के पार्टी छोड़ने   के  अब झामुमो का कोल्हान क्षेत्र में लगभग समाप्त ही हो गया हैं।

शिबू सोरेन परिवार की लोकप्रियता हमेशा संदिग्ध रही है क्योंकि 2008 में निवर्तमान मुख्यमंत्री शिबू सोरेन झारखंड पार्टी के राजनीतिक नौसिखिया राजा पीटर से रांची जिले की तमाड़ सीट से विधानसभा उपचुनाव हार गए थे। यह दूसरी बार है जब मौजूदा मुख्यमंत्री  विधायक बनने वास्ते चुनाव लड़ा और वो उपचुनाव हार गया।  शिबू सोरेन  विधायक बनने में असफल रहे और उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा। पहला मामला उत्तर प्रदेश की मणिराम  विधानसभा सीट का था जब तात्कालिक मुख्यमंत्री त्रिभुवन नारायण सिंह उपचुनाव हार गए और उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा।

चंपई सोरेन सरायकेला विधानसभा सीट से छह बार विधायक हैं। कोल्हान क्षेत्र में झामुमो की मजबूती के पीछे चंपई सोरेन ही मुख्य सूत्रधार थे । उनके पास झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य और खासकर कोल्हान क्षेत्र में चार दशक लंबा राजनीतिक अनुभव है।

ये भी पढ़े- झारखंड में हिंदुओं और वनवासियों की घट रही जनसंख्या : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पिछले विधानसभा चुनाव में कोल्हान क्षेत्र में अपने प्रदर्शन के दम पर ही झामुमो ने झारखंड में सरकार बनायी थी। झामुमो ने 11 सीटें जीतीं, जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस पार्टी ने दो सीटें जीतीं, एक सीट भाजपा के बागी उम्मीदवार और वर्तमान जदयू नेता सरयू राय ने जीती।

चंपई सोरेन का पार्टी छोड़ना झामुमो के लिए अब तक का सबसे  बड़ा झटका कहा जा सकता हैं  जिसकी भरपाई पार्टी के लिए राज्य के अन्य हिस्सों में करना  बेहद  मुश्किल  है। इस विधानसभा में झामुमो के 30 विधायक हैं और आधे से कुछ कम विधायक कोल्हान क्षेत्र से चुने गये हैं। झामुमो और तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) ने कोल्हान क्षेत्र से 13 सीटें जीतीं। कोल्हान क्षेत्र वस्तुतः वह क्षेत्र  है जिसके कारण 2019 में कांग्रेस-झामुमो  ने झारखंड में सरकार बनाई।

ये भी पढ़े- रतन टाटा को राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई, महाराष्ट्र और झारखंड में एक दिन का राजकीय शोक

कोल्हान क्षेत्र की जनता न केवल झामुमो से बल्कि कांग्रेस पार्टी से भी बेहद नाराज है क्योंकि उन्होंने बिना किसी कारण के उनके  स्थानीय नेता वो इस मिट्टी के लाल चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाकर   हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया। कोल्हान की जनता को उम्मीद थी कि कांग्रेस पार्टी उनके  स्थानीय नेता का समर्थन करेगी और झामुमो पर चंपई सोरेन को सीएम बनाए रखने के लिए दबाव बनाएगी, लेकिन कांग्रेस पार्टी  उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी।

2014 के विधानसभा चुनाव में कोल्हान क्षेत्र में एनडीए को 6 सीटों पर जीत मिली थी। बीजेपी ने अपने दम पर 5 सीटें जीतीं जबकि उसकी सहयोगी आजसू ने एक सीट जीती। झामुमो में इस तरह के विकास पर्याप्त हैं कि भाजपा न केवल 2014 की अपनी सीटों को 2024 में बरकरार रखेगी बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी सीटों को दोगुना करने की संभावना है।

Topics: Kolhan politics updatesBJP gains in Jharkhandpolitical defections in JharkhandJharkhand assembly elections 2024Champai Soren leaves JMMBJP strategy JharkhandKolhan region political shiftsBabulal Marandi BJP returnBJP coalition seats JharkhandChampai Soren joins BJPJharkhand election analysisJMM political crisisBJP's prospects in Jharkhand electionsKolhan region electionsBJP vs JMM electionsHemant Soren government challenge
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Assembly Election and Bye Election Result Update 2024

महाराष्ट्र में भाजपा, झारखंड में जेएमएम आगे : देखिए विधानसभा 2024 और उपचुनाव का सटीक परिणाम

झारखंड : भाजपा के पक्ष में चल रही प्रचंड आंधी, सरकार बनने पर दिलाएंगे भ्रष्टाचारियों को कड़ी सजा – नरेन्द्र माेदी

अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री

संथाल में अवैध घुसपैठ की समस्या का असर झारखंड विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा, यही होगा सबसे बड़ा मुद्दा

झारखंड के साहिबगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

‘एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर झारखंड से बाहर निकालेंगे’ : अमित शाह

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies