बांग्लादेश में मां काली का मुकुट चोरी होने को लेकर मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली सरकार सवालों के घेरे में आ गई है। सरकार पर स्वर्ण मुकुट चोरी होने के मामले में साजिश करने का आरोप लगा है। आरोप है कि भारत सरकार द्वारा इस मामले में चिंता जाहिर करने के बाद भी जब चोरों को सरकार नहीं पकड़ पाई तो अब मंदिर के पुजारी को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सोशल मीडिया पर इसी तरह के आरोप इस्लामिक सरकार पर लगाए जा रहे हैं।
हालांकि, सरकार की ओर से साजिश रची जा रही या नहीं, इसकी पुष्टि अभी तक नहीं की जा सकी है। एक्स हैंडल ‘वायस ऑफ बांग्लादेशी हिन्दू’ का कहना है कि मंदिर के सीसीटीवी में मुकुट चोरी करने वाले शख्स का चेहरा स्पष्ट दिखाई दे रहा है, लेकिन फिर भी अभी तक सरकार उसे गिरफ्तार करने में असफल रही है। हैंडल ने पोस्ट किया कि इस बात की पूरी आशंका है कि कुछ वक्त के बाद कट्टरपंथी सरकार पुजारी पर ही मुकुट चोरी करने का आरोप लगा देगी। बहरहाल मुकुट चोरी करने के मामले में सोशल मीडिया पर लोग बांग्लादेशी कट्टरपंथी सरकार को जमकर कोस रहे हैं।
इसी क्रम में @UnbotheredPjeet नाम के हैंडल ने इस्लामिक सरकार को कोसते हुए कहा, “मैंने देखा है कि निर्दोष हिंदुओं को हिंदू मंदिरों और अन्य हिंदुओं पर हमलावर बताकर उन्हें दोषी ठहराने का एक नया चलन चल पड़ा है, जबकि मुस्लिम हमलावरों के नाम और अपराधों को छुपाया जा रहा है।”
ऐसे ही रोनिता सरकार नाम की यूजर ने कहा, “मुझे लगता है कि मुकुट पहले ही पिघला दिया गया होगा। हम भारत में इस बात की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं करते कि मुकुट कभी मिलेगा। पुजारी को फंसाया जा रहा है, लेकिन चिंता न करें, उसे देवी का आशीर्वाद प्राप्त है और वह बच जाएगा और सुरक्षित रहेगा।”
मुकुट चोरी होने की घटना पर जॉन नाम के यूजर ने लिखा, “कुरान में लिखा है काफिरों को लूटो और मार डालो।”
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि बांग्लादेश के सतखिरा के श्यामनगर स्थित प्रसिद्ध जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट एक इस्लामिक कट्टरपंथी ने चोरी कर लिया था। यह मुकुट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2021 में मंदिर की बांग्लादेश की यात्रा के दौरान मां काली के चरणों में मुकुट भेंट किया था।
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