'या तो शरिया या फिर शहादत', बांग्लादेश में छात्रों ने खिलाफत के लिए निकाली रैली
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

‘या तो शरिया या फिर शहादत’, बांग्लादेश में छात्रों ने खिलाफत के लिए निकाली रैली

इससे पहले नवाब हबीबुल्ला स्कूल एंड कॉलेज के छात्रों ने भी जिहाद के समर्थन में रैली निकाली थी

by सोनाली मिश्रा
Oct 13, 2024, 05:49 pm IST
in विश्व
बांग्लादेश में खिलाफत के लिए रैली निकालते छात्र। (फोटो सौजन्य-सोशल मीडिया)

बांग्लादेश में खिलाफत के लिए रैली निकालते छात्र। (फोटो सौजन्य-सोशल मीडिया)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नए बांग्लादेश का स्वरूप क्या होगा, यह अब लगभग तय होता दिख रहा है। एक खबर और तस्वीर जो लगभग 10 दिन से अधिक पुरानी है, वह दब गई और उस पर अधिक बात नहीं हुई। वह थी ढाका के स्कूलों और कॉलेज के छात्रों का खिलाफत के पक्ष में किया गया प्रदर्शन! एक नहीं बल्कि कई स्कूल और कॉलेज के छात्रों ने खिलाफत की मांग की। इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि यह उन बच्चों ने किया, जिन्हें खानदानी या कहें एलीट माना जाता है।

ढाका की सड़कों पर 30 सितंबर को स्कूल ड्रेस में लड़के उतरे। उनके हाथों में काले रंग के झंडे थे और उस पर सफेद रंग से अरबी में कुछ लिखा था। बांग्लादेश वाच नामक हैंडल ने इन तस्वीरों और वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “या तो शरिया या फिर शहादत”
मुक्ति का एक ही रास्ता: खिलाफत, खिलाफत!”

इससे पहले नवाब हबीबुल्ला स्कूल एंड कॉलेज के छात्रों ने भी जिहाद के समर्थन में रैली निकाली थी।

"Either Shariah (Islamic Law) or Shahadat (Martyrdom)"

"Only one way to salvation: Caliphate, Caliphate"

Some of the slogans from a large procession brought out yesterday by students of #Dhaka College, one of #Bangladesh's premier higher secondary secular edu. institutions.… pic.twitter.com/PHiOWtfIuA

— Bangladesh Watch (@bdwatch2024) September 29, 2024

29 सितंबर को voice of Bangladeshi hindus नामक हैंडल ने इसी रैली का एक चित्र साझा किया। इसमें एक यूजर ने लिखा था, “खिलाफत के लिए स्कूल, कॉलेज छात्रों में जागरूकता बढ़ रही है। खिलाफत के लिए मांग लगातार तेज होती जा रही है। इससे पहले विभिन्न यूनिवर्सिटी में ही खिलाफत की मांग होती थी, मगर अब स्कूल और कॉलेज के भी छात्र खिलाफत की मांग कर रहे हैं। मुझे लगता है कि यह सकारात्मक बदलाव है। खिलाफत की स्थापना के बिना बंगाल की मुक्ति नामुमकिन है!”

ढाका कॉलेज में यह रैली निकाली गई थी। ऐसा माना जाता है कि इस रैली में हिज़्ब उत तहरीर का हाथ हो सकता है और यह भी संभव है कि इस रैली से उसका असर बढ़े। ढाका कॉलेज के साथ-साथ कई स्कूल और कॉलेज के छात्र भी खिलाफत की मांग को लेकर काले झंडे के साथ सड़क पर उतरे। 6 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में यह देखा गया कि स्कूल और कॉलेज के छात्र जातीय संसद भवन की ओर सफेद रंग के झंडे के साथ जा रहे हैं। उनपर काले रंग से कुछ लिखा गया है। ittefaq.com.bd में एक चित्र है, जिसमें सफेद रंग के झंडे लिए हुए छात्र हैं। यह झण्डा आम तौर पर तालिबानियों का कहा जाता है।

रैली में सेंट जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल और कॉलेज के छात्र थे। यह रैली Conscious Teachers and Students, St. Joseph’s Higher Secondary School द्वारा निकाली गई थी। हैरानी की बात यही है कि यह ढाका में ए+ रैंकिंग वाले सात कॉलेजों में से एक है और कैथोलिक मिशनरियों द्वारा चलाया जाता है। रेली में छात्रों ने राष्ट्रीय संसद तक मार्च किया और देश में खिलाफत की स्थापना की मांग की।

वहीं उससे पहले नोटरे डैम कॉलेज के भी छात्रों ने खिलाफत की मांग के लिए रैली निकाली थी, और यह कॉलेज भी ईसाई मिशनरी ही चलाती है। ये लोग भारत में किसी हिन्दू पुजारी द्वारा इस्लाम के खिलाफ की गई टिप्पणी के खिलाफ यह रैली निकाल रहे थे और खिलाफत का समर्थन कर रहे थे। एक और जुलूस विल्स लिटिल फ्लावर स्कूल के छात्रों ने निकाला था। हैरानी की बात यही है कि यह स्कूल लन्दन विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम का पालन करने वाला संस्थान है। इसमें भी छात्रों के हाथों में सफेद रंग के झंडे थे और जिनपर काले रंग से लिखा हुआ था।

इन जुलूसों में जिस प्रकार से इस्लामिक स्टेट और तालिबान जैसा झण्डा लहराया गया, वह चिंताजनक तो है, परंतु यह भी सत्य है कि जो स्थितियों को देख और समझ रहा है, उनके लिए हैरान करने वाला नहीं है, क्योंकि कट्टरता लगातार बढ़ रही है। बांग्लादेश की पुलिस के अनुसार उन्होनें ऐसे दस लोगों को हिरासत में लिया है, जिन्होनें ऐसे झंडों के साथ प्रदर्शन किया था। यह भी गौरतलब है कि शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद जेलों से कई आतंकवादी भी भाग गए थे। इस्लामिक स्टेट बांग्लादेश में प्रतिबंधित है और इसके साथ ही हिज़्ब उत तहरीर भी प्रतिबंधित आतंकी संगठन है। ढाका में आईजीपी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि जो भी आतंकी संगठन के समर्थन में रैली निकालते हुए पाया जाएगा, उसे हिरासत में लिया जाएगा।

बीबीसी बांग्ला के अनुसार ढाका में विभिन्न स्थानों पर हुए छात्रों के इन प्रदर्शनों में फिलिस्तीन में जीनोसाइड को रोकने की भी मांग की गई थी। बीबीसी बांग्ला के अनुसार ढाका में कई स्कूलों और कॉलेज छात्रों ने काले झंडों के साथ राजधानी में इन मांगों के साथ प्रदर्शन किया था। सोशल मीडिया reddit पर भी इन झंडों को लेकर हुई रैली को लेकर लोग डरे हुए दिखाई दिए। इसमें एक एक्स मुस्लिम ने इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा था कि उसे बांग्लादेश को लेकर चिंता है। इस पर लोगों ने कई टिप्पणियां कीं।

Topics: शरियाबांग्लादेशरैलीखिलाफतशहादतमुस्लिमहिंदू
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

लव जिहाद

भोपाल, दमोह और अब उज्‍जैन में सामूहिक लव जिहाद, 12 से अधिक मुस्‍लिम लड़कों ने कई हिन्‍दू लड़कियों को बनाया निशाना

वीडियो में कुर्ता—लुंगी और गोल टोपी पहने मुस्लिम लोग खुशी खुशी बरगद के पेड़ पर आरी चलाते दिखते हैं

Bangladesh : मजहबी उन्मादियों का दिमागी दिवालियापन हुआ साबित, फतवा देकर काटा बरगद का पुराना पेड़, हिन्दुओं में आक्रोश

तस्लीमा नसरीन

जब तक इस्लाम रहेगा तब तक आतंकवाद रहेगा, 1400 वर्षो में नहीं बदला- तस्लीमा नसरीन

मुसलमानों का एक वर्ग वक्फ संशोधन कानून के समर्थन में

वक्फ संशोधन विधेयक : रसातल में कांग्रेस!

Bangladesh Islsamist looted books

बांग्लादेश में इस्लामिस्टों की पुस्तक लूट: नालंदा से टँगाइल तक, एक ही कट्टरपंथी सोच

‘टेक्सास में इस्लाम के लिए कोई जगह नहीं, शरिया कानून हावी नहीं होगा’, MAGA समर्थक वैलेंटिना का Video वायरल

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

भारत में सिर्फ भारतीयों को रहने का अधिकार, रोहिंग्या मुसलमान वापस जाएं- सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

शहबाज शरीफ

भारत से तनाव के बीच बुरी तरह फंसा पाकिस्तान, दो दिन में ही दुनिया के सामने फैलाया भीख का कटोरा

जनरल मुनीर को कथित तौर पर किसी अज्ञात स्थान पर रखा गया है

जिन्ना के देश का फौजी कमांडर ‘लापता’, उसे हिरासत में लेने की खबर ने मचाई अफरातफरी

बलूचिस्तान ने कर दिया स्वतंत्र होने का दावा, पाकिस्तान के उड़ गए तोते, अंतरिम सरकार की घोषणा जल्द

IIT खड़गपुर: छात्र की संदिग्ध हालात में मौत मामले में दर्ज होगी एफआईआर

प्रतीकात्मक तस्वीर

नैनीताल प्रशासन अतिक्रमणकारियों को फिर जारी करेगा नोटिस, दुष्कर्म मामले के चलते रोकी गई थी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (चित्र- प्रतीकात्मक)

आज़ाद मलिक पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का संदेह, ED ने जब्त किए 20 हजार पन्नों के गोपनीय दस्तावेज

संगीतकार ए. आर रहमान

सुर की चोरी की कमजोरी

आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर

कंधार प्लेन हाईजैक का मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर ढेर: अमेरिका बोला ‘Thank you India’

जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा नागरिक इलाकों को निशाना बनाए जाने के बाद क्षतिग्रस्त दीवारें, टूटी खिड़कियां और ज़मीन पर पड़ा मलबा

पाकिस्तानी सेना ने बारामुला में की भारी गोलाबारी, उरी में एक महिला की मौत

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies