‘दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों’ मई 2019 में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान पर कहा था। उनकी कही वो बात आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए कही जा सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मल्लिकार्जुन खड़गे ने अर्बन नक्सल का बचाव करते हुए भाजपा को ‘आतंकवादी पार्टी’ करार दिया है।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अक्टूबर को महाराष्ट्र के दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने ठाणे में कहा था कि कांग्रेस और उनके सहयोगियों का एक ही मिशन बांटो और सत्ता में रहो। पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस अर्बन नक्सल गैंग चला रही है और वह देश के दुश्मनों के साथ खड़ी हुई है। उनके इस बयान पर ऐसे बिलबिला गई कि जैसे किसी ने सांप की पूंछ पर किसी ने अपना पैर रख दिया।
इसी बिलबिलाहट में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जहर उगलते हुए भाजपा को आतंकवादी पार्टी करार दिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना था कि भाजपा ऐसे मामलों का समर्थन करती है, लेकिन विपक्ष पर इस तरह के आरोप लगाती है। खड़गे का आरोप है कि देशभर में दलितों और पिछड़े वर्गों और वनवासी समुदाय के लोगों पर अत्याचार बढ़ गए हैं। यहीं नहीं हरियाणा चुनाव में हार को कांग्रेस स्वीकारने के लिए तैयार नहीं है।
खड़गे ने हरियाणा चुनाव के अपने दर्द को बयां करते हुए कहा कि एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि उनकी पार्टी आसानी से जीत जाएगी, लेकिन फिर ये चमत्कार कैसे हुआ कि भाजपा वहां जीत गई।
कांग्रेस अर्बन नक्सल की रही है समर्थक
गौरतलब है कि कांग्रेस लंबे वक्त से गाहे-बगाहे अर्बन नक्सल का समर्थन करती रही है। पुणे के भीमा कोरेगांव के आरोपियों का समर्थन करती रही है। सोशल मीडिया पर ऐसी कई पोस्ट वायरल हो चुकी हैं, जिनमें कांग्रेस नेताओं ने नक्सलियों के समर्थन में बयानबाजी की थी।
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