विजयादशमी पर सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने क्या कहा, जानिए 10 बड़ी बातें
Published by
WEB DESK
Oct 12, 2024, 10:40 am IST
बांग्लादेश की घटना से हिन्दू समाज के ध्यान में आना चाहिए कि दुर्बल रहना अपराध है, हम अगर दुर्बल और असंगठित हैं तो इसका मतलब हम अत्याचार को निमंत्रण दे रहे हैं। हमें किसी से शत्रुता नहीं करना, हिंसक नहीं बनना लेकिन हमें संगठित और सशक्त रहना चाहिए।
हमारा योग आज पूरी दुनिया में अपनाया जा रहा है। आज भारत की डिप्लोमेसी का बल दुनिया में बढ़ा है। कई मामलों में देश आगे जा रहा है, देश को आगे ले जाने का प्रयास, शासन, प्रशासन, युवा, वैज्ञानिक, किसान, जवान सबके द्वारा किया जा रहा है।
भारत आगे बढ़ रहा है, दुनिया में उसका प्रभाव बढ़ रहा है।
देश की युवा पीढ़ी में बढ़ रही स्व के गौरव की भावना।
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की घटना लज्जाजनक।
शील संपन्न शक्ति ही शांति का आधार।
असहिष्णुता व दुर्भावना भारत विरोधी व मानव विरोधी दुर्गुण है।
ओटीटी प्लेटफार्म का कानून के जरिए नियंत्रण जरूरी।
सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद हो, पर्यावरण का संरक्षण जरूरी।
आजकल बड़ों के साथ बच्चों के हाथ में भी मोबाइल है, उसपर बच्चे क्या देख रहे हैं इसपर कोई नियंत्रण नहीं है। क्या देखना, नहीं देखना, घर में ये बच्चों को सिखाया नहीं जा रहा है। इसको लेकर जितनी जल्द कानून बने उतना ही अच्छा है क्योंकि संस्कार भ्रष्टता के कई कुपरिणाम हैं।
Leave a Comment