बांग्लादेश के चटगांव के जेएम सेन हॉल में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा दुर्गा पूजा मंडप में इस्लामिक गाना बजाने और हिन्दुओं को इस्लामिक कन्वर्जन के लिए मजबूर करने के मामले में हिन्दुओं के विरोध का असर होता दिख रहा है। विरोध प्रदर्शन के दबाव में आकर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएमपी के अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जनसंपर्क) काजी तारेक अजीज ने इस बात की पुष्टि की है। इस मामले में शाम करीब 7:00 बजे हुई इस घटना के बाद चटगाँव के कोतवाली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
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क्या है पूरा मामला
सोशल मीडिया यूजर ‘वॉयस ऑफ बांग्लादेश’ द्वारा शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, जमात ए इस्लामी कट्टरपंथी संगठन के सैकडों लोग चिटगांव के जेएम दुर्गा पूजा पंडाल में घुस गए। वहां पर कट्टरपंथियों ने बज रहे माता के भजन को बंद करवा दिया। उसकी जगह कट्टरपंथियों ने घंटों इस्लामिक भजन और गजलें बजाई।
इसके बाद वहीं पर जमात ने मुस्लिमों के साथ मिलकर एक सभा का आयोजन किया और फिर वहां के लोकल हिन्दुओं को जबरन कुरान की आयतों को पढ़ने के लिए मजबूर किया। इस घटना से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो भी वायरल हो गए हैं।
इस घटना के विरोध में हजारों की संख्या में हिन्दुओं ने भी जेएम सेन हॉल दुर्गा पूजा पंडाल के बाहर इकट्ठा हो गए। हिन्दू समुदाय के लोगों ने इस्लामिक जिहादियों का विरोध किया और बांग्लादेशी हिन्दुओं को बचाने की गुहार लगाई।
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खास बात ये है कि बांग्लादेश की सरकार मीडिया में आकर नवरात्र में दुर्गा पूजा पंडालों की सुरक्षा और शांति बनाए रखने का दावा करती है। सरकार की तरफ से कहा गया कि दुर्गा पूजा मंडपों की सुरक्षा के लिए उन्होंने सेना को देश की सड़कों पर उतार दिया है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे ठीक उलट दिख रही है। हो ये रहा है कि इस्लामिक कट्टरपंथी लगातार दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले कर रहे हैं। वहां पर जबरन इस्लामिक प्रचार करते हैं और हिन्दुओं को खुलेआम इस्लामिक कन्वर्जन के लिए मजबूर कर रहे हैं।
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