नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर से एक दुखद घटना सामने आयी है। टेरिटोरियल आर्मी के जवान हिलाल अहमद भट का शव बरामद किया गया। 26 वर्षीय जवान का शव अनंतनाग के उत्रसू क्षेत्र के सांगलान जंगल में मिला। शव पर गोली लगने के निशान थे। कुछ दिन पहले भट का आतंकवादियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था।
8 अक्टूबर को हिलाल भट और एक अन्य जवान काजवान जंगल में गश्त कर रहे थे। तभी उन्हें आतंकवादियों ने अगवा कर लिया। एक जवान वहां से निकलने में सफल रहा। हालांकि वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। सुरक्षा बलों ने भट की तलाश के लिए सर्च अभियान शुरू किया।
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चिनार कॉर्प्स ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया कि भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य एजेंसियों की मदद से एक संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहा था। इस ऑपरेशन के दौरान एक टेरिटोरियल आर्मी का जवान लापता हो गया। उन्होंने बताया कि रात भर खोज जारी रही। हालांकि दुर्भाग्यवश बाद में भट का शव बरामद हुआ।
ऑपरेशन का विवरण
सुरक्षा कर्मियों को जंगल में आतंकवादी गतिविधियों के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। जिसके बाद उन्होंन जल्द ही कार्रवाई की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों जवानों को जंगल में गश्त करने के लिए भेजा गया था। उस दौरान उन्हें चार आतंकवादियों का सामना करना पड़ा। जिन्होंने उन्हें अगवाह करने की कोशिश की। इस दौरान एक जवान को कंधे में गोली लग गयी। लेकिन वह भागने में सफल रहा। जबकि दूसरे जवान को अगवाह कर लिया गया। बाद में सर्च औपरेशन में उसका शव सांगलान जंगल में मिला।
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सैन्य बलों पर बढ़ते हमले
भट के शव की बरामदगी ने जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इस क्षेत्र में सुरक्षा बलों को लक्षित करने वाली आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। यह घटना अकेली नहीं है। यह क्षेत्र में सैन्य बलों पर हमलों और अपहरणों के बढ़ते पैटर्न का हिस्सा है। पिछले आठ सालों में कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में पांच से अधिक सैनिकों का अपहरण और हत्या की जा चुकी है। इनमें से अधिकांश घटनाएँ शोपियां और कुलगाम क्षेत्रों में हुई हैं।
अगस्त 2023 में छुट्टी के दौरान कुलगाम जिले में सेना का एक जवान लापता हो गया था। बाद में पुलिस ने उन्हें खोज निकाला। 2019 में काजीपोरा, बुडगाम में एक अन्य जवान यासिन भट का उसके घर से अपहरण करने की कोशिश की गयी थी। लेकिन झड़प के दौरान वह भागने में सफल रहे। 2022 में बडगाम से भी एक मामला सामने आया था।
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