भड़काऊ भाषण देने वाला जाकिर नाइक इन दिनों पाकिस्तान की सरकारी यात्रा पर है। भारत आने से उसे इसलिए डर लगता है क्योंकि उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पाकिस्तान ने मजहबी कार्ड खेलते हुए अपने मुल्क में बुलाया होगा। शायद यह ख्याल रहा होगा कि मुल्क की अवाम इसे अपनी भलाई का एक कदम समझेगी। मगर जाकिर नाइक ने कुछ हरकतें ऐसी की हैं कि पाकिस्तान के ही लोग यह सवाल कर रहे हैं कि आखिर इसे बुलाया क्यों गया? पाकिस्तान के ही लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि हिंदुस्तान ने इस पर प्रतिबंध लगाकर ठीक किया है। पाकिस्तान में लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर जाकिर को बुलाया किसलिए है? पत्रकार बिलाल फारुकी ने एक्स पर एक पोस्ट में जाकिर नाइक को धोखेबाज बताते हुए लिखा कि वे लोग फालतू में ही जाकिर नाइक को महत्व दे रहे हैं, वह न ही पहला और न ही आखिरी धोखेबाज है जो अज्ञानता फैलाने के लिए पाकिस्तान आया है।
जाकिर नाइक ने मुस्लिम महिलाओं के लिए बेहद आपत्तिजनक और शर्मनाक बयान भी दिए हैं। उसने कहा कि मुस्लिम औरतों को बिना शादी के नहीं रहना चाहिए। अगर कोई कुंवारा आदमी नहीं है तो वह या तो किसी शादीशुदा आदमी से शादी कर ले या फिर बाजारू औरत हो जाए।
उसके इस बयान पर पाकिस्तान में लोगों में गुस्सा है। लोग अपना गुस्सा तरह-तरह से निकाल रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग तल्ख टिप्पणियाँ कर रहे हैं। हफसा अकरम ने लिखा कि अगर जाकिर नाइक को पाकिस्तान में नहीं बुलाया जाता तो हम कैसे यह महसूस कर पाते कि भारत ने इसे और इसके टीवी चैनल को एकदम सही प्रतिबंधित किया है? हम भारत को बहुत जल्दी ही इस्लामोफोबिक लेबल कर देते हैं, और भारत के मामलों में उनके दृष्टिकोण को नहीं समझते हैं।
हालांकि इन पाकिस्तानियों को भी सोशल मीडिया पर कट्टरपंथियों की आलोचना सुननी पड़ रही है, मगर वे डर नहीं रहे हैं। वे जाकिर के कट्टरपंथी चेहरे पर बात कर रहे हैं। जब एक यूजर ने आलोचना की कि यही कारण है कि एक मुस्लिम मुल्क होने के बावजूद पाकिस्तान इस्लामिक तहजीब नहीं दे सका है। सालों से वे पश्चिम की तरह रह रहे हैं। जब डॉ नाइक ने उन्हें राह दिखाने की कोशिश की तो उन्होंने उसे फेल कर दिया।
इस पर एक यूजर ने जबाव दिया कि
– अविवाहित मुस्लिम महिलाओं को “बाज़ारी औरतें” कहता है
– वैध सवालों का जवाब देने में विफल रहता है और सवाल पूछने वाले का अपमान करता है।
– शिकायत करता है कि काम मुफ़्त में नहीं हुआ
– यतीम लड़कियों की दिल आजारी
नहीं धन्यवाद, हमें पाकिस्तान में ज़ाकिर नाइक की तरह ऑक्सीजन की बर्बादी नहीं चाहिए।
दरअसल जाकिर ने पाकिस्तानी एयरलाइंस की आलोचना की थी कि पाकिस्तानी एयरलाइंस ने नियम से ज्यादा सामान लाने पर उसे डिस्काउंट नहीं दिया। उसका सामान मुफ़्त में नहीं लाई, जबकि वह मुल्क का मेहमान था। उसने कहा कि हिंदुस्तान में भी उसके साथ ऐसा नहीं होता है। इस पर लोगों ने सवाल किया था कि क्या जायज काम का पैसा न देना हलाल है? क्या मुफ़्त में काम कराना इस्लाम के नियमों के खिलाफ नहीं है? और उसने यतीम अर्थात अनाथ लड़कियों के साथ फ़ोटो खिंचाने से इनकार कर दिया था।
जाकिर ने यहाँ तक कहा है कि पाकिस्तान के लोगों के जन्नत में जाने के मौके अमेरिका मे रह रहे लोगों की तुलना में बहुत अधिक है। इस पर भी बिलाल फारुकी ने आलोचना करते हुए लिखा था कि जाकिर नाइक बकवास को एक दूसरे ही स्तर पर लेकर जा रहा है।
पाकिस्तान के कई सोशल मीडिया यूजर्स सरकार से गुस्सा हैं कि आखिर ऐसे आदमी को कोई सरकारी मेहमान कैसे बना सकता है? लोग पूछ रहे हैं कि आखिर इसे बुलाया किसने है?
पत्रकार भी इस बात से नाराज हैं कि आखिर कोई एयरलाइंस से फायदा कैसे मांग सकता है? फैजान लखानी नामक पत्रकार ने लिखा कि कौन 1000 किलो लेकर सफर करता है? और कौन सा ऐसा मजहब है जो नियमों के खिलाफ जाकर फायदा उठाने की मांग करता है? वह अतिरिक्त वजन के लिए पेमेंट करके एक उदाहरण पेश कर सकता था। एक यूजर ने इसी मामले पर लिखा कि कोई भी सच्चा इस्लामिक प्रीचर उन मुनाफ़ों के लिए मांग नहीं करेगा जो सार्वजनिक रूप से नहीं बताए गए हैं। जाकिर पश्चिम में तो एक्स्ट्रा पैसे दे सकता है, मगर पाकिस्तान एयरलाइंस से फ्री चाहेगा।
ऐसा लग रहा है कि भड़काऊ जाकिर के बयानों और भाषणों से पाकिस्तान के भी वे लोग खुश नहीं हैं, जो तार्किक हैं, जिनके लिए इंसानियत सबसे जरूरी है।
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