केरल में सत्तारूढ़ वामपंथी पार्टी के विधायक केटी जलील ने गलती से ही सही परन्तु मुस्लिम को लेकर बहुत बड़ी बात कह दी है। उन्होंने सोने की तस्करी समेत अन्य अपराधों में मुसलमानों के शामिल होने की घटना को लेकर अपने की समुदाय के मौलवियों और काजियों को घेरा है। उन्होंने पूछा कि आखिर सोने की तस्करी में मुस्लिम ही क्यों शामिल हैं, इस पर काजियों को ध्यान देने की आवश्यकता है। केटी जलील ने ये बात बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही है।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि केरल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम के अधिकारियों ने एक मुस्लिम विद्वान को गिरफ्तार किया है, उसके पास से अधिकारियों ने सोना बरामद किया है। हैरान करने वाली बात ये है कि जिस कुरान को मुसलमान इतना पाक साफ कहते है और यहां तक कि कुरान के नाम कट्टरपंथी सिर तन से जुदा तक करने की धमकियां देते हैं, उसी कुरान का अपमान एक मुस्लिम विद्वान ने किया है। कस्टम के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी मौलवी भारत से हज के लिए गया हुआ था। लेकिन, जब वो वापस लौटा तो उसने कुरान की जिल्द में सोने को छिपाकर उसकी तस्करी की।
लेकिन, ये उसकी बदकिश्मती ही है कि केरल में हवाई अड्डे पर उसे पकड़ लिया गया। बताया जा रहा है कि पकड़ा गया इस्लामिक विद्वान मुस्लिम लीग से जुड़े एक मजहबी संगठन में उच्च पद पर आसीन है। इस घटना को लेकर विधायक केटी जलील का आऱोप है कि कोई भी व्यक्ति मुस्लिम लीग इस घटना पर बात करने के लिए तैयार नहीं है कि वह धार्मिक संगठन का नेता बनने के लायक है भी या नहीं।
हालांकि, वामपंथी विधायक ने सोना तस्करी के आरोपी इस्लामिक विद्वान का नाम उजागर करने से इंकार कर दिया है। उन्होंने इस मामले में मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष सादिक अली थंगल से मामले में एक्शन लेने की मांग की है। इसके साथ ही विधायक का ये भी कहना है कि अगर लीग के काजी के लिए इस पर फैसला लेना मुश्किल हो रहा है तो काजी को अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। वामपंथी विधायक ने सवाल किया है कि अगर मुस्लिम काजियों से जागरुकता फैलाने के लिए कहा जाय तो ये किस प्रकार से इस्लाम के खिलाफ होगा।
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