गत दिनों उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले की भिलंगना घाटी में खतलिंग महायात्रा देवडोलियों और धर्मध्वजा-युक्त देव प्रतीकों और निशान के साथ पूर्ण हुई।
पूजा-अर्चना के बाद भिलंग के 22 गांवों की इष्टदेवी भगवती जगदी की डोली और नागेंद्र नगेला देवता शंख ध्वनि, ढोल दमाऊं और मशकबीन की धुन पर अनेक देवी-देवताओं के रंग-बिरंगे प्रतीक और निशान के साथ खतलिंग महादेव दर्शन यात्रा समिति के नेतृत्व में सैकड़ों श्रद्धालु खतलिंग यात्रा के लिए आगे बढ़े।
घुत्तू स्थित श्री रघुनाथ जी के मंदिर में भगवती जगदम्बा का गंगा के पावन जल से अभिषेक किया गया और तिलक लगाकर सभी भक्त घुत्तू बाजार से आगे बढ़े। इसके बाद सभी श्रद्धालु अंतिम सीमांत गांव गंगी के लिए निकल पड़े।
वहां विश्राम करने के बाद अगले दिन 15 सितंबर को श्रद्धालु विरोद मंदिर की ओर बढ़े और 16 सितंबर को खतलिंग धाम पहुंचे। भगवान खतलिंग महादेव का चरणामृत और नैवेद्य प्रसाद आदि लेकर भक्तजन अत्यंत हर्षित, आनंदित और गर्वित थे।
श्रद्धालु 17 सितंबर की दोपहर खतलिंग धाम के जयकारे के साथ वापस खरसोली की ओर लौट गए। इस यात्रा को संपन्न कराने में अनेक वरिष्ठ लोगों से सहयोग मिला। –सूर्य प्रकाश सेमवाल
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