दुर्गा पूजा न केवल भारत का प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है, बल्कि यह उत्सव दुनियाभर में भारतीय समुदाय के लोगों के बीच भी व्यापक रूप से मनाया जाता है। चाहे आप ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका जैसे देशों में हों, दुर्गा पूजा का उत्साह और उल्लास वैश्विक स्तर पर फैल चुका है। आइए, उन देशों पर नजर डालते हैं जहां भारत की तरह ही दुर्गा पूजा बड़ी धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाई जाती है।
भारत का पड़ोसी देश नेपाल भी दुर्गा पूजा को बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाता है। यहां इस उत्सव को “दशैन” के नाम से जाना जाता है और यह त्योहार पूरे 15 दिनों तक चलता है। दशैन के दौरान देवी दुर्गा की पूजा की जाती है और यह नेपाल के सबसे प्रमुख धार्मिक त्योहारों में से एक है। यहाँ परिवार के लोग इकट्ठा होते हैं और बड़े स्तर पर पूजा समारोह आयोजित किए जाते हैं।
अमेरिका में भारतीय प्रवासियों की बड़ी संख्या के कारण दुर्गा पूजा एक महत्वपूर्ण उत्सव बन चुका है। न्यूयॉर्क, शिकागो, लॉस एंजिल्स जैसे प्रमुख शहरों में दुर्गा पूजा बड़े पैमाने पर मनाई जाती है। भारतीय समुदाय द्वारा सामुदायिक केंद्रों और मंदिरों में पंडाल बनाए जाते हैं। दुर्गा की पूजा के बाद अंतिम दिन, मूर्तियों को नदियों या झीलों में विसर्जित कर दिया जाता है। न्यूयॉर्क में हडसन नदी में विसर्जन का आयोजन होता है, जो इस पूजा को और भी खास बना देता है।
ब्रिटेन में भी दुर्गा पूजा भारतीय प्रवासियों द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। लंदन जैसे शहरों में सामुदायिक केंद्रों और मंदिरों में देवी दुर्गा की पूजा के लिए पंडाल बनाए जाते हैं। ब्रिटेन में भी दसवें दिन मूर्तियों को नदियों या झीलों में विसर्जित किया जाता है।
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा सबसे महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक त्योहारों में से एक है। यहां की बड़ी हिंदू आबादी इस त्योहार को भव्यता से मनाती है। पूरे देश में पंडाल सजाए जाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए जाते हैं। यह उत्सव बंगाली हिंदू समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है।
ऑस्ट्रेलिया में सिडनी, मेलबर्न जैसे शहरों में भी भारतीय समुदाय द्वारा दुर्गा पूजा बड़े पैमाने पर आयोजित की जाती है। इसके अलावा कनाडा, सिंगापुर, मलेशिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में भी यह त्योहार मनाया जाता है। इन देशों में रहने वाले भारतीय प्रवासियों ने अपने रीति-रिवाजों और परंपराओं को जीवित रखा है, जिससे वहां भी दुर्गा पूजा का आयोजन उसी श्रद्धा और भव्यता के साथ होता है जैसे भारत में।
Leave a Comment