बरेली। यूपी के बरेली में मुस्लिम समुदाय की युवती मुस्कान के अपहरण का शोर उठाया जा रहा था, वह सनातन धर्म में घर वापसी करते हुए दोस्त सुमित यादव के साथ विवाह के पवित्र बंधन में बंध गई है। मंदिर में शादी के बाद दोनों ने फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए हैं। मुस्कान ने अपने कट्टरपंथी परिवार से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग भी की है। इस मामले को लेकर बरेली के गांव में तनातनी के हालात हैं। पुलिस निगरानी में जुटी है।
मुस्कान बरेली में थाना इज्जतनगर क्षेत्र के गांव मुडिया अहमद नगर निवासी इरफान की बेटी है, जबकि उससे शादी करने वाला सुमित यादव भी इसी गांव के रहने वाले राजेश यादव का पुत्र है। सुमित के परिवार ने बताया कि कुछ समय पहले दोनों एक दूसरे के संपर्क में आ गए थे और दोस्ती हो गई। सुमित और मुस्कान ने कब जीवन भर साथ रहने का फैसला कर लिया, किसी को नहीं पता लगा। सुमित से दोस्ती की वजह से मुस्कान पर उसके परिवार के लोग पाबंदियां लगा रहे थे।
अचानक मुस्कान ने घर छोड़ दिया और सुमित के साथ बगैर किसी को कुछ बताए शहर छोड़कर चली गई। मुस्कान के गायब होने पर उसके परिवार के लोगों ने सुमित पक्ष पर उसके अपहरण का आरोप लगाते हुए बरेली के थाना इज्जतनगर में शिकायत की। पुलिस तेजी से मुस्कान की खोजबीन में जुटी थी कि एक दिन पहले गांव में रात के वक्त दोनों पक्षों में विवाद हो गया। सुमित के परिवार का आरोप है कि मुस्लिम भीड़ ने पथराव कर उनकी कार तोड़ दी। किसी तरह उन लोगों ने भागकर जान बचाई।
शुक्रवार को सुमित यादव और मुस्कान की मंदिर में शादी के वीडियो-फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। मुस्कान ने सुमित के साथ जारी किए एक वीडियो में कहा है कि उसने बगैर किसी दबाव के शादी की है। वह मर्जी से सुमित के साथ गई है। परिवार और रिश्तेदार से उसे खतरा है। मुस्कान ने अपनी और सुमित की सुरक्षा की मांग पुलिस-प्रशासन से की है। इससे पहले भी मुस्कान ने वीडियो वायरल कर कहा था कि वह स्वेच्छा से सुमित यादव के साथ गई है और परिवार को पुलिस कार्रवाई करने की जरूरत नहीं है। इधर, पुलिस मुस्कान की बरामदगी की कोशिश में जुटी नजर आ रही है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, दोनों पक्षों में विवाद की जानकारी सामने आने के बाद थाना पुलिस को कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं।
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