कर्णावती: अहमदाबाद में हिंदुओं का त्यौहार नवरात्रि का उत्साह चरम पर है। कई जगहों पर कड़ी सुरक्षा के साथ गरबा खेलने के आयोजन किये जा रहे हैं। लेकिन, कठलाल विस्तार में एक मुस्लिम आयोजक ने गरबा का आयोजन किया है जिसके खिलाफ विश्व हिन्दू परिषद ने विरोध जताया है। पुलिस कमिश्नर को इस गरबा आयोजन की परमिशन रद्द करने की मांग वीएचपी ने की है।
एक तरफ बरेली की कोर्ट ने लव जिहाद को देश के खतरा बताया है और वहीं दूसरी ओर अहमदाबाद में एक मुस्लिम आयोजक ने हिन्दुओं के नवरात्रि त्यौहार पर गरबा का आयोजन किया है, जिसके खिलाफ वीएचपी ने विरोध जताया है।
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अहमदाबाद के कठलाल में प्रोफेशनल गरबा ग्रुप ने गरबा का आयोजन किया है। अहमदाबाद समेत पूरे गुजरात में हर नवरात्रि पर इस प्रकार प्राइवेट पार्टी प्लॉट में गरबा का आयोजन किया जाता है, जिसमें हिन्दू लड़के-लड़कियां गरबा खेलते हैं। लेकिन कठलाल में जिस ग्रुप ने गरबा आयोजन किया है उस ग्रुप का मुखिया एक मुस्लिम है, जिसके सामने वीएचपी ने विरोध जताया है। गुजराती लोक संगीत की गायिका फरीदा मीर के भाई चांद मीर ने इस गरबा इवेन्ट का आयोजन किया है। चांद मीर मुस्लिम होने की वजह से वीएचपी को इस आयोजन से विरोध है।
वीएचपी की गुजरात इकाई के सचिव अशोक रावल ने पांचजन्य से बात करते हुए कहा कि हिन्दुओं के त्यौहार में मुस्लिम आयोजक को आयोजन करने की क्या जरूरत है? वह लोग हिंदुओं के पैसे ऐंठने और लव जिहाद करने के लिए ही इस प्रकार के आयोजन कर रहे हैं। ताकि गरबा खेलने आने वाली हिन्दू लड़कियों को विधर्मी लड़के अपने जाल में आसानी से फांस सके। लेकिन वीएचपी पूर्णरूप से इस आयोजन का विरोध कर रहा है और मुस्लिम आयोजक को दी गई परमीशन रद्द करने के लिए पुलिस कमिश्नर से भी बात करेंगे।
नवरात्रि के दौरान हिन्दू लड़कियां देर रात तक गरबा खेलती है और बाहर भी घूमती है। इस दौरान न सिर्फ हिन्दू लड़कियां लेकिन किसी भी महिला को रात में किसी भी प्रकार की परेशानी या लड़कों की तरफ से छेड़खानी का सामना न करना पड़े इसलिए वीएचपी इस बार महिलाओं की मदद के लिए मैदान में है। वीएचपी की गुजरात इकाई के सचिव अशोक रावल ने पांञ्चजन्य को बताया कि इस बार वीएचपी ने 20 महिला समेत 200 लोगों की खास टीम बनाई है जो नवरात्रि में किसी भी महिला को किसी भी प्रकार की मुश्किल में मदद करेंगी।
नवरात्रि में लड़कियों की मदद के लिए वीएचपी ने खास तौर पर हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। हेल्पलाइन नंबर 8735873595 पर कॉल करने से महिलाओं को आधी रात को भी मदद मिल जाएगी। यहां तक कि वीएचपी के कार्यकर्ता जरूरत पड़ने पर महिलाओं को उनके घर तक भी छोड़ देंगे।
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वीएचपी ने इस बार नवरात्रि के गरबा में विधर्मियों के प्रवेश के खिलाफ भी विरोध जताया है। वीएचपी ने मांग की है कि गरबा में सबको उसका आधारकार्ड चेक करके ही प्रवेश दिया जाए ताकि विधर्मी लड़के हिन्दू लड़कियों के साथ गरबा खेलकर उन्हें अपने जाल में न फांस सके। विधर्मियों को रोकने के लिए भी वीएचपी के कार्यकर्ताओं की खास टीम गरबा आयोजन के बाहर खड़ी रहेगी।
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