पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान- हवस का पुजारी सुना है, हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता?
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान- हवस का पुजारी सुना है, हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता?

बिहार के बोधगया स्थित बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने भक्तों को संबोधित करते हुए हिंदू समाज की वर्तमान स्थिति पर तीखी टिप्पणी की।

by Mahak Singh
Oct 3, 2024, 11:29 am IST
in भारत, बिहार
हवस का पुजारी सुना है, हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता

हवस का पुजारी सुना है, हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बिहार के बोधगया स्थित बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने भक्तों को संबोधित करते हुए हिंदू समाज की वर्तमान स्थिति पर तीखी टिप्पणी की और लोगों से एकजुट होने का आह्वान किया। बाबा बागेश्वर अपने 200 अनुयायियों के लिए पिंडदान करने गया गए थे। उन्होंने समाज में व्याप्त दोहरे मापदंड और धर्म के प्रति उदासीनता पर गंभीर सवाल खड़े किए।

धर्म और संस्कृति के प्रति उदासीनता पर सवाल

बाबा बागेश्वर ने हिंदुओं से अपने धर्म और रीति-रिवाजों के प्रति गंभीर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज का सनातनी समाज अपने ही धर्म और रीति-रिवाजों का मजाक उड़ाने में पीछे नहीं रहता, जबकि अन्य धर्मों में ऐसा नहीं होता। “मुसलमान कभी अपने मौलवियों का अपमान नहीं करते, लेकिन हिंदू अपने संतों और तीर्थस्थलों को लेकर मजाक बनाते हैं।

उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि हिंदू समाज अपने ही धार्मिक गुरुओं और मंदिरों को ‘पाखंड की दुकान’ कहता है। जबकि उन्होंने यह भी साफ किया कि वह किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं हैं लेकिन यह जरूरी है कि लोग अपने धर्म को समझें और उसका सम्मान करें।

हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता?

बाबा बागेश्वर ने आगे कहा कि लोगों के मन में गलत धारणाएँ भरी जा रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप आजकल लोग श्राद्ध जैसे पवित्र कर्मकांड को भी मजाक समझने लगे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे विचारों को विकृत करने के लिए सुनियोजित तरीके से गलत शब्द और विचार हमारे मस्तिष्क में डाले जा रहे हैं, और यही कारण है कि आज लोग श्राद्ध जैसे महत्वपूर्ण संस्कार का भी सम्मान नहीं करते और उसे हंसी का पात्र बना लेते हैं। लेकिन लोग यह भूल जाते हैं कि यह हमारे पूर्वजों के संस्कारों का हिस्सा है।

धर्म के प्रति जिम्मेदारी और जागरूकता की जरूरत

बाबा बागेश्वर ने अपने भाषण के माध्यम से समाज को चेताया कि धर्म और संस्कार केवल अनुष्ठान नहीं हैं, बल्कि यह हमारी पहचान का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा, हम अपने धर्म के संस्कारों और परंपराओं को मानते हैं, और इन्हें संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि हिंदू समाज को जातिवाद और आंतरिक मतभेदों से ऊपर उठकर एकजुट होने की जरूरत है।

बाबा बागेश्वर ने यह भी कहा कि वो जातिवाद के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन अपने पूर्वजों के संस्कारों का पालन करने पर जोर देते हैं। हम हिंदुत्व के समर्थक हैं, लेकिन हमारे पूर्वजों के जो संस्कार हैं, उन्हें हम मानेंगे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Topics: बागेश्वर धाम सरकारहवस के पुजारी हवस के मौलवी क्यों नहींबोधगया में धीरेंद्र शास्त्रीगया बाबा बागेश्वरdhirendra shastri moulvi statementबाबा बागेश्वरbageshwar dham sarkarbaba bageshwarpriest of lust why not maulvi of lustdhirendra shastri in bodhgayagaya baba bageshwar
Share15TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

बाबा बागेश्वर

बाबा बागेश्वर का बड़ा बयान: गजवा-ए-हिंद या भगवा-ए-हिंद, जो होना है जल्दी हो

Baba Bageshwar on Sambhal stone pelting

संभल: कट्टरपंथियों की करतूत पर बोले बाबा बागेश्वर-20% हैं तो पत्थरबाजी कर रहे हैं 50 हुए तो घर से बेटियां उठा ले जाएंगे

मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने की हिन्दू घृणा, बाबा बागेश्वर की यात्रा पर कहा-हिन्दू राष्ट्र बना रहे, हिजाब पर भी बोला

धीरेंद्र शास्त्री, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर

गैर ह‍िन्‍दुओं का प्रवेश महाकुंभ में वर्ज‍ित करें, राम को मानते नहीं तो मेरे अंगने में क्या काम, बोले बाबा बागेश्वर

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर का बयान: बकरीद पर चुप्पी, दिवाली पर सवाल?

बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम में लोगों ने अपनाया सनातन धर्म

घर वापसी: शेख शमील और मोहम्मद अकबर ने इस्लाम त्याग की घर वापसी, अपनाया सनातन धर्म, नाम रखा बबलू और सत्यम

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम

‘देश की एकता और अखंडता के लिए काम करता है संघ’-अरविंद नेताम

आरोपी

उत्तराखंड: 125 क्विंटल विस्फोटक बरामद, हिमाचल ले जाया जा रहा था, जांच शुरू

रामनगर रेलवे की जमीन पर बनी अवैध मजार ध्वस्त, चला धामी सरकार का बुलडोजर

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

स्वामी दीपांकर

1 करोड़ हिंदू एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने की “भिक्षा”

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies