ओडिशा : जनजातीय बहुल इलाके में 100 एकड़ जंगल की जमीन में बन गया इस्लाम नगर
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत ओडिशा

ओडिशा : जनजातीय बहुल इलाके में 100 एकड़ जंगल की जमीन में बन गया इस्लाम नगर

मालकानगिरि जिले के मोटु इलाके में लगभग सौ एकड़ जंगल जमीन को हड़पा गया। इस पर इस्लाम नगर बसा दिया गया।

by डॉ. समन्वय नंद
Sep 30, 2024, 05:57 pm IST
in ओडिशा
जंगल की जमीन पर किया गया कब्जा

जंगल की जमीन पर किया गया कब्जा

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भुवनेश्वर। ओडिशा में बीजद सरकार के शासन के दौरान जनजातीय बहुल मालकानगिरि जिले में एक बड़ा मामला सामने आया है। जिले के मोटु इलाके में लगभग सौ एकड़ जंगल जमीन को हड़पा गया। इस पर इस्लाम नगर बसा दिया गया । जंगल की जमीन को हड़पे जाने की इस प्रक्रिया में प्रशासन के सहयोग की बात सामने आ रही है।

प्राप्त जानकारी के राष्ट्रीय राजमार्ग 326 से मात्र 2-3 किमी की दूरी पर स्थित इस जंगल जमीन को हड़प कर इस्लाम नगर बनाया गया है। साबेरी नदी के तट पर घने जंगलों के बीच यह स्थित है। जंगल व उसके बाद मिट्टी का रास्ता और उसके बाद तारों से घेर कर इसे बनाया गया है ।

इतने विशाल जंगल की जमीन पर गैरकानूनी तरीके से भवनों का निर्माण किया गया है। उस इलाके में जाने के लिए सरकारी पैसे से व सरकारी योजना से सड़क भी बनाए जाने की बात सामने आयी है। मनरेगा योजना से इस सड़क का निर्माण किया गया है। इस संबंध में वहां बोर्ड भी लगाया गया है। बोर्ड से स्पष्ट हो रहा है कि इस गैरकानूनी तरीके से कब्जे किये जाने वाले इस सड़क निर्माण के लिए सरकार के 9 लाख से अधिक रुपये की राशि खर्च की गई है । 25 अप्रैल 2022 को इस सडक का निर्माण का कार्य शुरू किया गया था।

मालकानगिरि में जंगल की जमीन पर किया गया कब्जा

जंगल जमीन को हड़प कर भवन निर्माण व सड़क के साथ-साथ यहां राज्य सरकार के मत्स्य व कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से व सरकारी राशि के सहायता से वहां बड़े तालाबों का भी खनन किया गया है। इस्लाम नगर के नाम दिये गये इस इलाकों में बड़े भवनों के साथ साथ गोदाम घर भी बनाया गया है। बिजली विभाग द्वारा इस इलाके में बड़े-बड़े ट्रान्सफार्मर भी लगाये गये हैं। इलाके में जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर भी खड़े नजर आ रहे हैं। विभिन्न सरकारी योजनाओं से पैसे लेकर यहां निर्माण कार्य किया गया है। इस कारण प्रशासन के मिलीभगत से ही यह पूरा षड़यंत्र रचे जाने की बात सामने आ रही है ।

विश्व हिन्दू परिषद के स्थानीय कार्यकर्ता दिवाकर पाल, युवा भाजपा नेता माणिक चक्रवर्ती तथा हिन्दू जागरण मंच के स्थानीय कार्यकर्ता भागिरथी दलेई ने आरोप लगाया कि बीजू जनता दल के शासन के दौरान यह कार्य हुआ। सरकार व प्रशासन की जानकारी में व उनके प्रत्यक्ष समर्थन व सहयोग से गैर कानूनी तरीके से जंगल जमीन को ह़डप कर इसलाम नगर बसाया गया है।

इस भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर सरकारी अधिकारियों की बातों में किसी प्रकार की समानता नहीं है। स्थानीय तहसीलदार इसे संरक्षित जंगल बता रहे हैं, जबकि स्थानीय वन विभाग के रेंजर इसे राजस्व जंगल बता रहे हैं । गैर कानूनी कब्जे को हटाने की जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डाल रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

 

Topics: ओडिशा समाचारजनजातीयइस्लाम नगरमालकानगिरिमोटु
Share24TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक चित्र

कंधमाल में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, दो कुख्यात माओवादी ढेर

Puri Jagannath Spampede

पुरी रथ यात्रा में भगदड़: 3 श्रद्धालुओं की मौत, 50 से अधिक घायल, सीएम ने दिए जांच के आदेश

"हिजाब" पहने छात्राएं (चित्र - प्रतीकात्मक)

मुरादाबाद में भी मुस्लिम छात्राओं ने कहा नहीं उतारेंगे हिजाब, परीक्षा छोड़ देंगे

क्योंझर में तनाव

ओडिशा : क्योंझर में हनुमान जी की मूर्ति तोड़ी, चांदी के आभूषण चोरी, हिंदू संगठनों का कड़ा विरोध

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे बर्बर हमलों के विरोध में भुवनेश्वर में हुआ विशाल प्रदर्शन

गो नवद्रात्री महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी गौ सेवा करते हुए

ओडिशा में गौ सुरक्षा के लिए उठाये जाएंगे कठोर कदम, गौ नवरात्र महोत्सव में सीएम ने किया बड़ा ऐलान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies